पश्चिम बंगाल के विवादित मौलवी अब्बास सिद्दीकी पर तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 10 अगस्त को हमला बोल दिया। फुर्फूरा शरीफ पीरजादा को दक्षिण 24 परगना के भांगर क्षेत्र में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने घेर कर पीटा। वहाँ वह अपने एक अनुयायी से मिलने गया था।
इस घटना का एक वीडियो क्लिप भी सामने आया है। इसमें टीएमसी कार्यकर्ताओं को सिद्दीकी को धमकाते, गाली देते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा वीडियो में यह भी देख सकते हैं कि टीएमसी के गुर्गों ने दरवाजे और खिड़कियों को तोड़ कर भी घर में घुसने की कोशिश की।
इससे पहले 9 अगस्त को सिद्दीकी के कुछ अनुयायियों को टीएमसी के गुर्गों ने अपना निशाना बनाया था। इस हमले में कुछ लोग बुरी तरह घायल हुए। सिद्दीकी इन्हीं में एक से अगले दिन मिलने गया था। पीरजादा के अनुसार, जैसे ही वह घर में पहुँचा, उस पर हमला हो गया।
सिद्दीकी का आरोप है कि उसके वाहन पर ईंट-पत्थरों से सैकड़ों टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला किया। इसके बाद जब वह अपनी गाड़ी से नीचे उतरे तो कई उपद्रवियों ने उन्हें घेर लिया, सबके हाथ में डंडे और बंदूक थे। रिपोर्ट के अुसार, मौलवी के समर्थकों को और उनके वाहन को भी इस हिंसा में निशाना बनाया गया।
पीरजादा का आरोप है कि यह सब टीएमसी विधायक शौकत मौला ने करवाया है। सिद्दीकी ने कहा कि उसी के हजारों समर्थकों ने डंडे, बम, बंदूक से हमला बोला और मार डालने की धमकी दी। इसके बाद हमले के खि़लाफ़ सिद्दीकी के समर्थकों ने साउथ 24 परगना में फौरन आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग की।
अब्बास सिद्दकी ने यह भी बताया कि संप्रदाय विशेष के नेता ने उन पर हमला इसलिए करवाया क्योंकि उन्होंने अगले चुनावों में AIMIM की ओर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। बता दें कि इस हमले के बाद सिद्दीकी को भाजपा की ओर से भी समर्थन मिला। बीजेपी नेताओं ने हमले की निंदा की। राज्य के भाजपा नेता अभिजीत दास ने कहा कि सिद्दीकी अपने घायल साथी से मिलने गए थे, उन्हें यह करने का अधिकार है। लेकिन सरकार ने इस हमले के ख़िलाफ़ अभी तक कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। अभिजीत के अलावा राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी इस हमले की निंदा की।
याद दिला दें, अधिक समय नहीं बीता जब अब्बास ने अपनी विवादित वीडियो को लेकर माफी माँगी थी। अपनी वीडियो में उन्होंने करोड़ों भारतीयों के मरने की कामना की थी। इस वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता था, “हाल में मेरे पास खबर आई है कि पिछले दो दिनों से मस्जिदों में आग लगाईं जा रही है, माइक जलाए जा रहे हैं। मुझे लगता है कि एक महीने के अंदर ही कुछ होने वाला है। अल्लाह हमारी दुआ कबूल करे। अल्लाह हमारे भारतवर्ष में एक ऐसा भयानक वायरस दे कि भारत में दस-बीस या पचास करोड़ लोग मर जाएँ। क्या कुछ गलत बोल रहा मैं? बिलकुल आनंद आ गया इस बात में।”
यह भाषण पीरजादा ने दिल्ली के हिंदू विरोधी दंगों के बाद दिया था। लेकिन अपनी माफी में मौलवी ने कहा कि उनका संदर्भ अलग था। इससे पहले अब्बास सिद्दकी ने सीएए वापस न लेने की बात पर कोलकाता एयरपोर्ट जाम करने की धमकी भी दी थी।