झारखंड में चम्पई सोरेन को सत्ताधारी विधायक दल का नेता चुना गया है। वो राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। वहीं हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। पहले चर्चा थी कि वो अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को CM बना सकते हैं, लेकिन उनकी भाभी और 3 बार की विधायक सीता सोरेन ने बगावत कर दी थी। हेमंत सोरेन ने राजभवन पहुँच कर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। चर्चा है कि ED (प्रवर्तन निदेशालय) उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती है।
उससे पहले JMM, RJD और कॉन्ग्रेस के विधायक भी राजभवन पहुँचे। राजद और कॉन्ग्रेस ने पहले ही साफ़ कर दिया था कि वो हेमंत सोरेन के फैसले का समर्थन करेंगे। चम्पई सोरेन सरायकेला से विधायक हैं। चम्पई सोरेन अब तक हेमंत कैबिनेट में परिवहन के अलावा SC-ST, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा कल्याण मंत्री थे। उन्होंने सरायकेला से 2019 में लगातार चौथी बार जीत दर्ज की। एक दिन पहले ही सत्ताधारी विधायकों के हस्ताक्षर एक खली कागज पर ले लिए गए थे।
हेमंत सोरेन को विधायकों ने नए CM के नाम पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया था। चम्पई के पिता का नाम सिमल सोरेन था, जो सरायकेला-खरसावाँ जिले के जिलिंगगोड़ा गाँव में किसान थे। उनके बड़े बेटे चम्पई ने भी कई दिनों तक खेती-किसानी में उनका हाथ बँटाया। चम्पई सोरेन की शादी कम उम्र में ही हो गई थी। उनके 4 बेटे और 3 बेटियाँ हैं। उन्होंने सरकारी स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की है। उन्होंने 90 के दशक में अलग झारखंड के लिए तत्कालीन बिहार में शिबू सोरेन के साथ मिल कर आंदोलन चलाया था।
चंपई सोरेन होंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन ने दिया इस्तीफा
— DNA Hindi (@DnaHindi) January 31, 2024
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उसके बाद उन्हें कई लोग ‘झारखंड टाइगर’ भी कहा जाने लगा था। अर्जुन मुंडा की भाजपा-JMM गठबंधन सरकार में भी वो मंत्री हुआ करते थे। वहीं जब पहली बार हेमंत सोरेन की सरकार बनी तो उन्हें फ़ूड एन्ड सिविल सप्लाइज के अलावा ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री दी गई। हेमंत सोरेन पर जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है। JMM सांसद महुआ माजी का कहना है कि हेमंत सोरेन ED की हिरासत में हैं और वो जाँच एजेंसी की टीम के साथ ही इस्तीफा देने गए थे।