गुजरात की राजनीति में सियासी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। यहाँ राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद अब अगले मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकसी शुरू हो गई है। इसी क्रम में राज्य के लिए नए सीएम की तलाश के लिए रविवार (12 सितंबर 2021) राज्य बीजेपी के दफ्तर कमलम में सेंट्रल ऑब्जर्वर और राज्य बीजेपी के चीफ सीआर पाटिल समेत बीजेपी के विधायक दल की बैठक होगी।
बैठक में गुजरात में चुनाव के लिए केंद्रीय ऑब्जर्वर बनाए गए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल, चुघ, यादव, बीएल संतोष शामिल रहेंगे। इसके अलावा दूसरे केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री पह्लाद जोशी भी इसमें शामिल होंगे। ये बैठक गाँधीनगर में होगी। इस मामले को लेकर जोशी ने कहा है कि वो बैठक में सलाह मशविरा करने के बाद केंद्र को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे, जिसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। फिलहाल बैठक में शामिल होने के लिए उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और केंद्रीय पर्यवेक्षक प्रह्लाद जोशी और नरेंद्र सिंह तोमर गाँधीनगर स्थित बीजेपी दफ्तर पहुँच गए हैं।
BJP leader Nitin Patel arrives at the party office in Gandhinagar. pic.twitter.com/AVj0zZv3gH
— ANI (@ANI) September 12, 2021
इसके अलावा केंद्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में ही कमलम में दोपहर 3 बजे ही बीजेपी के विधायकों की भी बैठक होगी। इस बीच राज्य के नए मुख्यमंत्री की संभावनाओं को देखते हुए बीजेपी के दफ्तर कमलम में फूलों के गुलदस्ते लाए गए हैं।
सीएम पद की रेस में कई नाम
गुजरात के नए सीएम के पद के लिए कई नाम रेस में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद के लिए उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला व पूर्व गृह राज्य मंत्री प्रफुल्ल पटेल और गोरधन झड़फिया के नामों की चर्चाएँ सीएम पद को लेकर चल रही हैं।
मनसुख मांडविया पर दाँव लगा सकती है बीजेपी
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य बीजेपी चीफ सीआर पाटिल ने कहा था कि पीएम मोदी का सपना है कि अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी 160 सीटें जीते। ऐसे में उनके सपने को पूरा करने के लिए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया सबसे योग्य उम्मीदवार माने जा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मांडविया एक तो पाटीदार समाज से आने के साथ-साथ इमानदार छवि के नेता माने जाते हैं। इसके अलावा वो पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी भी हैं।
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अचानक हुए घटनाक्रम के बाद शनिवार (11 सितंबर 2021) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसको लेकर उन्होंने कहा था कि नेतृत्व का बदलते रहना ही भाजपा की प्रकृति है। वह 7 अगस्त 2016 में सीएम बने थे।