क्षेत्रफल के हिसाब से भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने है। अब इस विधानसभा चुनाव को लेकर ABP न्यूज़-C वोटर ने एक सर्वे कराया है। इस ओपिनियन पोल की मानें तो राजस्थान में सत्ता में बैठी कॉन्ग्रेस पार्टी की हार तय लग रही है, वहीं भाजपा सत्ता में वापसी करती हुई दिख रही है। बता दें कि राजस्थान में 108 सीटों वाली कॉन्ग्रेस पार्टी बहुमत में है और अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 70 सीटों से संतोष करना पड़ा था, लेकिन अबकी ओपिनियन पोल की मानें तो भाजपा 109-119 सीटें लेकर सरकार बना सकती है। वहीं कॉन्ग्रेस पार्टी की बात करें तो उसे 78-88 सीटों से संतोष करना पड़ेगा और वो बहुमत से काफी दूर रहेगी। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में राजस्थान की सभी सीटों पर दम ठोका था। इस बार भी पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
‘एबीपी न्यूज़’ और ‘सी-वोटर’ ने साथ मिल कर जो ओपिनियन पोल किया है, उसके हिसाब से भाजपा 46% वोट शेयर के साथ बाजी मारती हुई दिख रही है। जबकि कॉन्ग्रेस का वोट शेयर उससे 5 प्रतिशत कम, यानी 41% रहने का अंदाज़ा है। 13% वोट अन्य दलों और निर्दलीयों के खाते में जाता दिख रहा है। इस सर्वे में 14.85 हजार लोगों से बात की गई है। 25 जुलाई तक ये सर्वे संपन्न किया गया। 1885 लोगों से कुछ त्वरित सवाल भी पूछे गए।
WATCH | राज बदलेगा या रिवाज?…. राजस्थान में किसको ताज?
— ABP News (@ABPNews) July 27, 2023
'The Inside Story' @akhileshanandd के साथhttps://t.co/smwhXUROiK#TheInsideStoryOnABP #RajasthanElection #AshokGehlot #Congress #BJP pic.twitter.com/phGNZbjIvE
दोनों संस्थानों ने मिल कर एक और सर्वे भी किया है, जिसमें देश के लोगों से पूछा गया कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में उनकी पहली पसंद कौन है। 63% लोगों ने जहाँ नरेंद्र मोदी को पहली पसंद बताया, वहीं 20% ने राहुल गाँधी और 6% ने योगी आदित्यनाथ को पहली पसंद बताया। 2% अरविंद केजरीवाल के पक्ष में भी दिखे। 70% ने कहा कि डायरेक्ट पीएम चुनने की स्थिति में वो राहुल गाँधी पर नरेंद्र मोदी को तरजीह देंगे।
विपक्षी ने नया गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ बनाया है, जिसके पक्ष में खूब माहौल बनाया जा रहा है, ऐसे में इस सर्वे के नतीजों से विपक्षी दलों को झटका लगना तय है। मात्र 25% ने कहा कि डायरेक्ट प्रधानमंत्री चुनने की नौबत आएगी तो वो राहुल गाँधी को चुनेंगे। संसद से लेकर सोशल मीडिया तक विपक्ष लगातार मणिपुर का मुद्दा उछालने में लगा हुआ है, लेकिन इससे उसे कोई खास फायदा होता हुआ दिख नहीं रहा है।