उत्तर प्रदेश में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग प्रदेश के विभिन्न जिलों में ‘रामायण कॉन्क्लेव’ आयोजित करने जा रहा है। इस दौरान योगी सरकार 18 स्थानों पर रामराज्य के दर्शन करवाएगी। 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर इस सम्मेलन का शुभारंभ भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या से किया जाएगा और इसका समापन 12 अक्टूबर 2021 को लखनऊ में होगा।
जानकारी के मुताबिक, अलग-अलग जिलों में अलग-अलग थीम पर रामराज्य के दर्शन करवाए जाएँगे। जैसे चित्रकूट में इसका आयोजन ‘वाल्मिकी के राम’ की थीम पर होगा और बुंदेलखंड लोक कलाकार ‘वनवासी राम’ के दर्शन करवाएँगे।
दैनिक जागरण की खबर के अनुसार, प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य एवं जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ गोपाल कुमार मिश्र ने चित्रकूट में होने वाले आयोजन के बारे में बताया कि संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने आयोजन को अंतिम रूप दे दिया है।
रामायण कॉन्क्लेव से प्रदेश के 16 जिलों में संगोष्ठियों के साथ-साथ करीब 2500 लोक कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ करके रामराज्य को दिखाएँगे, जबकि 16 और 17 अगस्त को चित्रकूट में जो कार्यक्रम होगा, उसके लिए जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने ‘वाल्मीकि के राम’ नाम की थीम दी है। उनके मुताबिक महर्षि के कहने पर ही भगवान राम चित्रकूट में रहे थे।
इस दौरान रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित चित्रकार शिविर होंगे। भगवान श्रीराम के जीवन की विभिन्न लीलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। विविध प्रसंगों पर चित्रकला, मूर्तिकला व अभिलेखों की प्रदर्शनी होगी। स्थानीय कलाकर लोक प्रस्तुति करेंगे। राम लीला होगी, नौटंकी होगी, स्वांग व भजन होंगे। राम जीवन पर आधारित कवि सम्मेलन होगा। साथ ही बच्चों में रामायण के प्रति आकर्षण उत्पन्न हो, इसके लिए क्विज प्रतियोगिताएँ रखी जाएँगी। इसके अलावा कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए समस्त कार्यक्रम का ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा।
बता दें कि रामराज्य को दिखाने के लिए शुरू होने वाला ये सम्मेलन अयोध्या, गोरखपुर, बलिया, वाराणसी, विंध्यांचल, शृंगवेरपुर, चित्रकूट, ललितपुर, बिठूर (कानपुर), मथुरा, गढ़मुक्तेश्वर, गाजियाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, बरेली में आयोजित होगा। वहीं इसका समापन राज्य की राजधानी लखनऊ में किया जाएगा।