CAA के विरोध में 24 जनवरी को खुद पर केरोसीन उड़ेलकर आग लगाने वाले सीपीआईएम नेता रमेश प्रजापति ने रविवार (जनवरी 26, 2020) की रात दम तोड़ दिया। इंदौर के एमवाई अस्पताल के बर्न यूनिट में इलाज के दौरान उनकी मौत हुई।
वयोवृद्ध मार्क्सवादी नेता रमेश प्रजापति CAA से नाराज़ थे। जब उन्होंने खुद को आग लगाई तब उनके पास CAA और NRC (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) को लेकर कुछ कागजात थे। उनके परिवार ने इस मामले में शंका जताते हुए पुलिस से जाँच की माँग की है।
परिजनों को शक है कि जब रमेश प्रतिदिन धरना-प्रदर्शन में शामिल होने जाते थे, कम्युनिस्ट पार्टी से सालों से जुड़े थे, और इससे पहले भी बड़े-बड़े मुद्दों पर पार्टी के साथ जुड़कर प्रदर्शन कर चुके थे, तो फिर उस दिन ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने खुद को आग लगा ली।
MP – माकपा नेता रमेश प्रजापति की 2 दिन इलाज के बाद माैत, सीएए के विरोध में केरोसिन डालकर खुद को आग लगाई थीhttps://t.co/wHljYNOayv
— Vivek (@Vivek94890637) January 27, 2020
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तुकोगंज टीआई निर्मल श्रीवास ने बताया कि रमेश प्रजापति शुक्रवार शाम 7 बजे गीता भवन चौराहा स्थित एक ऑटोमोबाइल्स शोरूम के पास पहुँचे थे। यहाँ बाेतल में भरा केरोसिन खुद पर उड़ेलकर उन्होंने खुद में आग लगाई।
जानकारी के मुताबिक आसपास के लोगों ने जब उन्हें आग की लपटों में घिरा देखा। तो तुरंत घटनास्थल पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। तुकोगंज थाने के जवान वहाँ पहुँचे और लोगों की मदद से आग बुझाकर प्रजापति को एमवाय अस्पताल पहुँचाया। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि वो इस घटना में 90 फीसदी जल गए। बता दें पुलिस ने अभी निर्णायक तौर पर नहीं बताया है कि उन्होंने ये कदम किस वजह से उठाया। पुलिस के मुताबिक जाँच जारी है, वे जल्दी ही पता कर लेंगे कि प्रजापति द्वारा ऐसा करने के पीछे असली कारण क्या था।
कम्यूनिस्ट पार्टी के जिला सचिव छोटेलाल सरावद और कैलाश लिंबोदिया ने बताया कि प्रजापति रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थे। वे कई दिनों से सीएए और एनआसी के विरोध में माणिबाग और बड़वाली चौकी में पार्टी की ओर से प्रदर्शन कर रहे थे। जबकि यूथ कॉन्ग्रेस अध्यक्ष रमीज खान के अनुसार प्रजापति ने खुद को आग लगाने से पहले भी सीएए के ख़िलाफ़ नारे लगाए थे।