सबसे पहले ट्विटर पर रवि नायर ने राफ़ेल की आधी कीमत वाले झूठ को फैलाया, जिसके बाद इसे ‘द वायर’ जैसे मीडिया पोर्टल्स ने आगे बढ़ाया। अब आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता आशुतोष की वेबसाइट सत्य-हिंदी ने इस फ़र्जी खबर को आधार बनाते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इसमें कहा गया है कि फ्रांस भारत से आधी कीमत पर उन्नत राफ़ेल विमान खरीदने जा रहा है। जबकि यह सरासर झूठी ख़बर है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में 16 जनवरी की सुबह 7:57 पर भी एक ख़बर छपी है, जिसमें फ्रांस की सरकार द्वारा इस ख़बर का खंडन किया गया है। लेकिन आपका काम ही जब प्रोपेगंडा फैलाना बन जाए तो सुबह उठकर अख़बार या न्यूज़ वेबसाइट पढ़ने में दिलचस्पी कोई दिखाए क्यों? और यही काम आशुतोष और उसकी सत्य-हिन्दी टीम ने किया।
फ़्रांस ने रफाल का बेहतर विमान आधे से कम दाम पर ख़रीदा। सवाल – भारत ने क्यों कमतर विमान दुगुने दाम से ज़्यादा पर ख़रीदा? “सत्य” खबर ।।। https://t.co/RK09cRIUhR
— ashutosh (@ashutosh83B) January 16, 2019
फ्रांस ने ज़्यादा उन्नत रफ़ाल ख़रीदा, मोदी के जहाज़ से आधी क़ीमत पर#Rafale #RafaleDeal #France https://t.co/C3anv9ONuL
— SatyaHindi (@SatyaHindi) January 16, 2019
आपको बता दें कि राफ़ेल लड़ाकू विमान के लिए F4 कॉन्फ़िगरेशन अभी भी ड्राइंग बोर्ड में है। यह वर्तमान में विकास के प्रारंभिक चरण में है। और 2023 तक F4 राफ़ेल को वितरित करना संभव नहीं है। क्योंकि F4 स्टैण्डर्ड कल 14 जनवरी 2019 को ही शुरू किया गया है। राफ़ेल को फ़्रांस सरकार से मिला €2 बिलियन का अनुबंध F4 मानक के विकास के लिए है। फ्रांसीसी सरकार ने दसाँ (Dassault) एविएशन की आरएंडडी गतिविधियों की फ़ंडिंग की है। राफ़ेल के F4 मानक के विकास के लिए यह अनुबंध तब कंपनी को प्रदान किया गया जब सशस्त्र बल के फ्रांसीसी मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने 14 जनवरी, 2019 को फ़्रांस के मेरिग्नैक में कंपनी के संयंत्र का दौरा किया। यह अनुबंध केवल उन्नत F4 कॉन्फ़िगरेशन के विकास के लिए है। इसमें विमान उत्पादन शामिल नहीं है।
मंगलवार को (जनवरी 15, 2019) ऑपइंडिया हिंदी ने इस मामले पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें यह बताया गया था कि राफ़ेल सौदे को लेकर कैसे एक ताजा झूठ फैलाया जा रहा है और इसमें कई मीडिया पोर्टल भी शामिल हैं। ऑपइंडिया ने अपने इस रिपोर्ट में बताया था कि कुछ लोगों ने एक ख़बर प्रसारित की है कि फ़्रांस ने 28 राफ़ेल विमानों को दसाँ (Dassault) एविएशन से €2 बिलियन का ऑर्डर दिया है। उनके अनुसार, ये विमान अगली पीढ़ी के F4 स्टैंडर्ड के होंगे और इस सौदे की प्रति यूनिट कीमत भारत F3R मानक के 36 राफ़ेल जेट विमानों के लिए चुकाए जा रहे क़ीमत की लगभग आधी है।