हरियाणा में कॉन्ग्रेस का दो फाड़ होना तय हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा किसी भी वक्त पार्टी से किनारा करने का ऐलान कर सकते हैं। रोहतक में रविवार को महापरिवर्तन रैली में वे अपनी ही पार्टी कॉन्ग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि देशहित के मसले पर वे कोई समझौता नहीं करेंगे।
दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हुड्डा ने कहा है कि कॉन्ग्रेस अब पहले जैसी नहीं रही। वह रास्ता भटक गई है। उन्होंने कहा कि वो ख़ुद को अतीत से मुक्त करने जा रहे हैं। हरियाणा कॉन्ग्रेस में उनके इस बयान के बाद खलबली मच गई है। महापरिवर्तन रैली में कई अन्य नेताओं ने भी हरियाणा में हुड्डा को कमान न दिए जाने पर कॉन्ग्रेस नेतृत्व को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
BS Hooda, Congress: When govt does something right I support them. Many of my colleagues opposed the decision to abrogate #Article370, my party has lost its way, it’s not the same Congress it used to be. When it comes to patriotism & self-respect, I’ll not compromise with anyone. pic.twitter.com/0I9DGmvDHW
— ANI (@ANI) August 18, 2019
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब सरकार कुछ अच्छा करती है तो वे उसका समर्थन करते हैं। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह वो कॉन्ग्रेस नहीं है, जो हुआ करती थी। हुड्डा ने साफ़ कर दिया कि ‘देशभक्ति और आत्मसम्मान’ के मुद्दे पर वह कोई समझौता नहीं कर सकते।
Bhupinder Singh Hooda, Congress in Rohtak: I was born in a patriotic family, those who oppose (abrogation of #Article370), I want to tell them “usulon par jahan aanch aaye, vahan takrana zaruri hai, jo zinda hai to zinda dikhna zaruri hai”. pic.twitter.com/25lS27CO17
— ANI (@ANI) August 18, 2019
आर्टिकल 370 के मसले पर हुड्डा ने कहा, “मैं एक देशभक्त परिवार से हूॅं। जो आर्टिकल 370 पर फैसले का विरोध कर रहे मैं उनसे कहना चाहता हूॅं-वसूलों पर जहॉं आँच आए वहॉं टकराना जरूरी है, जो जिंदा है तो जिंदा दिखना जरूरी है।”
DS Hooda,Congress at Maha Parivartan Rally in Rohtak: We follow the path of love, growth&development, and the path that BJP has shown in last 5 yrs is of riots,unemployment&intolerance. Today,we’ve a chance to take back Haryana politics in the direction that can help Haryana grow pic.twitter.com/28zf5UHKv5
— ANI (@ANI) August 18, 2019
72 वर्षीय हुड्डा ने कहा कि वह राजनीति से संन्यास लेना चाहते थे, लेकिन ‘हरियाणा की हालत’ को देखते हुए उन्होंने संघर्ष करने का निर्णय लिया है। उन्होंने याद दिलाया कि उनकी परिवार की चार पीढ़ियों का कॉन्ग्रेस से नाता रहा है। रोहतक में हुई रैली को दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सम्बोधित किया और भाजपा पर निशाना साधा। रोहतक से 4 बार सांसद रह चुके हुड्डा को कई अन्य नेताओं ने सलाह दी कि अगर बात नहीं बन रही है तो वह अलग पार्टी या मंच का गठन करें।