अउगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान को कब्जा कि हुए ही अभी अधिक समय नहीं बीता है, लेकिन जिहादी सरकार की अंदरूनी फूट उभरकर सामने आ गई है। मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान के संस्थापकों में से एक है। वहाँ की सरकार में हक्कानी गुट का दबदबा बढ़ता जा रहा है। अब खबर सामने आई है कि काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन में हक्कानी गुट के एक कमांडर ने मुल्ला बरादर को जमकर लात-घूँसों से पीटा।
कुछ वक्त पहले अफगानिस्तान के डिप्टी पीएम मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की मौत की घटना सामने आई थी। हालाँकि, बाद में बरादर ने एक वीडियो जारी कर अपने जिंदा होने की पुष्टि की। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, काबुल में बरादर के साथ मारपीट के साथ ही वहाँ गोली भी चली है।
रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के अदर जारी अंदरूनी घमासान के बीच काबुल के राष्ट्रपति भवन में तालिबानी कैबिनेट के गठन को लेकर बैठक हुई थी। बैठक के दौरान मुल्ला बरादर गैर तालिबानी नेता औऱ जातीय अल्पसंख्यकों को शामिल किए जाने की बातों पर जोर दे रहा था। बरादर का मानना था कि ऐसा करने से दुनिया में तालिबानी सरकार को मान्यता मिल सकती है। हालाँकि, हक्कानी गुट इससे सहमत नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बरादर की बातें हक्कानी गुट के कमांडर खलील उल रहमान हक्कानी को इतनी नागवार गुजरी की वो अचानक से अफनी जगह से उठा और बरादर पर लात-घूँसों की बौछार कर दी। इसके बाद दोनों के बॉडीगार्ड के बीच गोलियाँ भी चलीं। इस घटनाक्रम में कई लोग घायल भी हुए। वहीं मुल्ला बरादर हैबतुल्ला अखुंदजादा से बात करने के लिए कंधार रवाना हो गया।
मुल्ला बरादर को किया गया साइडलाइन
रिपोर्ट के मुल्ला बरादर ही तालिबान का वह नेता है, जो अमेरिका तक से बातचीत कर रहा था। लेकिन, नई तालिबानी सरकार उसे साइडलाइन कर दिया गया है। दरअसल, तालिबान की अफगानिस्तान में जब तालिबान की सरकार बनी तो बरादर के समर्थकों क उम्मीद थी कि उसे इसमें शामिल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।