एयर इंडिया ने जेद्दाह से आने वाली फ्लाइट्स में यात्रियों द्वारा जमजम का पानी लेकर आने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। एयर इंडिया ने सभी ट्रेवल एजेंट्स और हज यात्रियों को इस बात की जानकारी दे दी है कि 15 सितम्बर तक जेद्दाह-हैदराबाद-मुंबई और जेद्दाह-कोचीन फ्लाइट्स में जमजम का पानी लेकर आना प्रतिबंधित रहेगा। एयर इंडिया के इस नोटिस पर कई हज यात्री और ट्रेवल एजेंट्स ने आपत्ति जताई है। यह नोटिस एयर इंडिया के जेद्दाह ऑफिस द्वारा जारी किया गया है।
एयर इंडिया के इस पत्र में कहा गया है, “एयरक्राफ्ट में बदलाव और सीटों की सीमित संख्या के कारण हम जमजम का पानी वाले डब्बों को फ्लाइट में लाने की अनुमति नहीं दे सकते।” इसके बाद कई हज यात्रियों ने कॉन्ग्रेस विधायक अमीम पटेल से मामले में हस्तक्षेप करने की माँग की। अमीम पटेल महाराष्ट्र के मुम्बादेवी से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। पटेल ने नागर विमानन मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय को पत्र लिख कर स्थिति से अवगत कराया है।
पटेल ने मंत्रालय को लिखे पत्र में माँग की है कि हज यात्रा से लौटने वाले यात्रियों के लिए जमजम के पानी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा, “जमजम एक पवित्र जल है, इसका कुछ मज़हबी महत्त्व है। यह इतना पवित्र है कि इससे बीमारियों तक के ठीक होने की बात सामने आती है। हज यात्रियों को जमजम का पानी लेकर आने की अनुमति मिलनी चाहिए।” टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, एयर इंडिया के एक सूत्र ने इस तस्दीक की है कि कम्पनी का यह नोटिस सही है। एक ट्विटर हैंडल ने उससे जुड़ा पत्र ट्वीट किया:
Zam Zam Issue with AirIndia resolved by AI Jeddah, KSA. pic.twitter.com/qOJExNNGGM
— Sarkarai (@Sarkarai65) July 8, 2019
भारतीय हज कमिटी के अध्यक्ष एएम ख़ान ने कहा कि एयर इंडिया सभी हज यात्रियों को अपने साथ 5 लीटर के डब्बे में जमजम का पानी लेकर आने देने को बाध्य है क्योंकि यह हज कमिटी और एयर इंडिया के बीच हुई करार का हिस्सा है। जमजम जल स्रोत के बारे में इस्लाम में मान्यता है कि हज़ारों वर्ष पहले जब इब्राहिम का नन्हा बेटा इस्माइल अपनी माँ के साथ रेगिस्तान में फँस गया था, तब अल्लाह ने उन्हें जमजम के रूप में पानी दिया। यह जलस्रोत सऊदी अरब स्थित मक्का के मस्जिद अल-हरम में स्थित है।