फ्रांस में एक शिक्षक का गला काट दिया जाता है। शिक्षक की ‘गलती’ सिर्फ इतनी कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून क्लास के बच्चों को दिखाया था। फ्रांस में इस घटना को लेकर गुस्सा फैल जाता है, धीरे-धीरे पूरे विश्व में इसकी चर्चा होने लगती है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों इस्लामी कट्टरपंथियों के आगे नहीं झुकने का कठोर संदेश देते हैं।
राष्ट्रपति मैक्रों का यह संदेश इस्लामी कट्टरपंथी लोगों को नहीं भाता है। जगह-जगह विरोध होने लगते हैं… फिर यह हिंसा का रूप धर लेती है… कहीं ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्लाते हुए लोगों का गला काटा जाता है तो कहीं ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्लाती भीड़ जमा होती है… और फिर कोई पैदल चल रहे राहगीरों पर कार चढ़ा देता है।
HAPPENING NOW: Crowds gather in #Berlin, Germany, chanting "Allahu Akbar" — in protest of President Marcon of #France which experienced multiple terror attacks today. pic.twitter.com/l3g3oLFcXu
— SV News 🚨 (@SVNewsAlerts) October 29, 2020
ताजा घटना (29 अक्टूबर 2020 की रात की घटना) जर्मनी के केंपेन शहर की है। यह शहर जर्मनी के ही बर्लिन से करीब 600 किलोमीटर (सड़क की दूरी, हवाई दूरी लगभग 500 किलोमीटर) दूर है। बर्लिन की जानकारी इसलिए क्योंकि जब केंपेन में कार से पैदल चल रहे लोगों को कुचला जाता है, उसके ठीक पहले बर्लिन में इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ जमा होती है जो ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्ला रही होती है और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का विरोध कर रही होती है।
केंपेन में कार से पैदल यात्रियों के रौंदे जाने की घटना में एक की मौत हो गई है जबकि 3 बुरी तरह घायल हैं। स्थानीय पुलिस अभी जाँच कर रही है कि क्या यह भी किसी आतंकी का कारनामा है या सिर्फ एक दुर्घटना। ऐसा इसलिए क्योंकि कल (29 अक्टूबर 2020 दिन में) ही फ्रांस में दो अलग-अलग जगहों पर आतंकी वारदातें होती हैं। और सऊदी अरब में भी यही दोहराया जाता है।
नीस में अल्लाह-हू-अकबर बोल काटा गला
फ्रांस के नीस शहर में आतंकी घटना में एक व्यक्ति ने अल्लाह-हू-अकबर बोलते हुए कई लोगों पर धारदार हथियार से हमला किया। इस घटना में 3 लोगों की जान गई और कई घायल हैं। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है, जिनका गला काट दिया गया है।
फ्रांस में दूसरा आतंकी हमला, सऊदी अरब में मारा चाकू
फ्रांस के एविगनन (Avignon) शहर में एक व्यक्ति ने अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए धारदार हथियार से पुलिसकर्मियों के एक समूह पर हमला कर दिया। इस घटना को फ्रांस के ही नीस में 3 लोगों की गला काट कर हत्या करने के कुछ ही घंटों बाद अंजाम दिया गया। ठीक इसी तरह का एक और कट्टरपंथी प्रयास सऊदी अरब के जेद्दाह शहर में हुआ। सऊदी अरब के फ्रांसीसी दूतावास में तैनात सुरक्षाकर्मी पर धारदार हथियार से हमला किया गया।