अफगानिस्तान में तालिबान की अंतरिम सरकार बनने के एक हफ्ते बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने युद्धग्रस्त देश को आर्थिक मदद पहुँचाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए 64 मिलियन डॉलर यानी करीब 471 करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद की घोषणा की है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय और यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) द्वारा संयुक्त राष्ट्र के गैर सरकारी संगठनों और एजेंसियों सहित स्वतंत्र संगठनों को फंड ट्रांसफर किया जाएगा। सोमवार (13 सितंबर 2021) को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यूएसएआईडी (USAID) ने इसस मदद के बारे में बताया है।
BREAKING: US to send $64 MILLION in ‘humanitarian aid’ to Afghanistan pic.twitter.com/3LjB7xdaMK
— Breaking911 (@Breaking911) September 13, 2021
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी, असुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के बाद युद्धग्रस्त देश सबसे खतरनाक समय का सामना कर रहा है। अतंरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अब उनके साथ खड़े होने का समय आ गया है। हमें उनकी सहायता के लिए अनुकूल वातावरण देने की आवश्यकता है। महिला और पुरुष सहायताकर्मियों दोनों को बेहतर माहौल देना होगा ताकि वह स्वतंत्र रूप से काम सकें। यह योगदान अफगान लोगों के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करता है।
यूएसएआईडी (USAID) ने बताया है कि वह मौजूदा संकट और ‘हाल की असुरक्षा’ से पहले भी अफगानिस्तान में 18 मिलियन (1 करोड़ 80 लाख) से अधिक लोगों का समर्थन कर रहा है। इसमें कहा गया है कि नए स्वीकृत फंड के तहत अफगान नागरिकों को भोजन, दवा, स्वास्थ्य सेवाएँ, सुरक्षित पानी, स्वच्छता और सुरक्षा सहित बहुत जरूरी राहत प्रदान किया जाएगा।
USAID ने इसके लिए डिजास्टर असिस्टेंस रेस्पॉन्स टीम (DART) को भी सक्रिय किया है, जो अमेरिकी सरकार की प्रतिक्रिया का नेतृत्व करने के लिए अफगानिस्तान के बाहर स्थित है। यह टीम, जो अफगानिस्तान के बाहर स्थित है, नए वातावरण में वहाँ के लोगों को सहायता प्रदान करने और कार्यक्रमों को प्रभावी ढ़ग से चलाने के लिए भागीदारों के साथ काम कर रही है
प्रेस विज्ञप्ति में, यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट ने दावा किया है कि अफगानिस्तान में केवल अमेरिका ने अकेले 2021 में करीब 330 मिलियन डॉलर की मानवीय सहायता प्रदान की है। यूएसएआईडी ने कहा कि वह अफगानिस्तान की असहाय और कमजोर आबादी को महत्वपूर्ण सहायता देना और उनकी पीड़ा को कम करना जारी रखेगा।
बता दें कि एक हफ्ते पहले ही अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार बनाई थी। उसने काउंसिल का हेड व प्रधानमंत्री मुल्ला हसन अखुंद को बनाया है। वह तालिबान की शीर्ष निर्णयकारी संस्था ‘रहबरी शूरा’ का प्रमुख था। वहीं, अब्दुल गनी बरादर को डिप्टी पीएम बनाया गया है। मुल्ला याकूब रक्षा मंत्री और अल्हाज मुल्ला फजल को मिलिट्री चीफ बनाया गया है।