अमेरिका के ईसाई धर्म प्रचारक पादरी केनेथ कोपलैंड जिसे लोगों को बेवकूफ बना कर ठगने के लिए जाना जाता है, ने घोषणा की कि वुहान कोरोना वायरस को गॉड ने ‘समाप्त’ कर दिया है। एक भीड़ को सम्बोधित करते हुए कोपलैंड ने जीसस के नाम पर COVID-19 को सजा देने का ऐलान किया। हास्यास्पद रूप से कोपलैंड ने वुहान वायरस को सम्बोधित करते हुए कहा- मैं तुम्हारे खिलाफ जजमेंट देता हूँ, ऐ शैतान, ऐ विध्वंसक, ऐ हत्यारे, भाग जा यहाँ से। भाग जा इस राष्ट्र से। मैं तेरे खिलाफ निर्णय देता हूँ।
ईसाई धर्म प्रचारक केनेथ कोपलैंड ने आगे इस वायरस के लिए तुरंत वैक्सीनेशन की भी माँग की। कोपलैंड कहता है, “मैं तुम्हें अँधेरा कहता हूँ। तुमने मुझे क्रोधित किया है। जिस तरह गॉड ने ईडन के बगीचे में तुम्हारे सिर पर पैर रख तुम्हें आदेश दिया था उसी तरह मैं तुम्हें आदेश देता हूँ कि अपने पेट के बल लेट कर घिसटो। ये समाप्त हो गया। ये खत्म हो गया। और संयुक्त राज्य अमेरिका फिर से स्वस्थ और अच्छा हो गया है।”
मंच पर मौजूद कोपलैंड के सहयोगी ने इसके बाद कहना शुरू कर दिया कि कोरोना COVID-19 की रूह अब खत्म हो चुकी है। उसने कहा “अब ये मर चुका है, ये खत्म हुआ।”, जिस पर कोपलैंड ने अपनी सहमति दी। कोपलैंड का सहयोगी यहीं नहीं रुका। उसने आगे कहा कि इस वायरस ने अपनी इच्छाशक्ति खो दी है और यह अप्रासंगिक हो चुका है। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोपलैंड ने अपनी घड़ी पर नजर डाली और कहा,”हाँ ठीक 12 बजे दोपहर, 29 मार्च को इस वायरस का खात्मा हो गया है।”
कोरोना वायरस को “समाप्त” कर देने के बाद वो सब एक सुर में, “ईश्वर की प्रशंसा करो, जीसस को शुक्रिया कहो” चिल्लाने लगे। जबकि वर्ल्डमीटर ( Worldometer ) के हिसाब से अमेरिका में 29 से 30 मार्च के बीच 333 नए कोरोना संक्रमण के केस सामने आए।
पहली बार ऐसा नहीं है कि कोपलैंड ने कोई अजीबोगरीब बयान दिया है। इस महीने के शुरुआत में भी उसने टेलीविजन के माध्यम से ही कोरोना वायरस को ठीक करने का दावा किया था। उसने अपने दर्शकों से कहा था कि ईश्वरीय उपचार पाने के लिए बस अपनी टेलीविजन स्क्रीन को ही छू लें।
Kenneth Copeland healed viewers of the coronavirus through their televisions last night. pic.twitter.com/8lwHufTIy4
— Right Wing Watch (@RightWingWatch) March 12, 2020
यूएस बेस्ड मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोपलैंड एक धोखेबाज और फ्रॉड है, जो जादू के जरिए उपचार करने का दावा करता है। इस पर ये भी आरोप है कि इसने 2006 के हैती भूकंप पीड़ितों के लिए फंडिंग करने का झूठ कहा था। ये कोरोना वायरस को लेकर भी लगातार भ्रामक जानकारियाँ फैला रहा है।