Friday, November 15, 2024
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कनाडा में आपस में लड़-भिड़े तालिबानी और फिलिस्तीनी, वीडियो आया सामने: प्रदर्शन में शामिल युवती ने हमास की दरिंदगी को बताया जायज 

इसी विरोध प्रदर्शन में, एक महिला ने दावा किया कि हमास आतंकवादी संगठन नहीं है, और उन्होंने जो कुछ भी किया है वह उचित है। उन्होंने दावा किया कि हमास द्वारा बच्चों को मारने की खबरें फर्जी हैं।

इजरायल-हमास युद्ध के बीच फिलिस्तीनियों के समर्थन में कनाडा के मिसिसॉगा में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें शनिवार (14 अक्टूबर, 2023) को सैकड़ों लोग शामिल हुए। हालाँकि, विरोध में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब किसी ने तालिबान का झंडा लहराते हुए इसमें शामिल होने का फैसला किया। कई फ़िलिस्तीन समर्थकों ने तालिबान समर्थकों के साथ बहस की और उन्हें यह कहते हुए चले जाने के लिए कहा कि उन्हें विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

जिसका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें कई लोग जीएमसी ट्रक में दो व्यक्तियों के साथ बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं, दोनों खिड़कियों से तालिबान के झंडे लहरा रहे हैं। जब वे ओंटारियो के मिसिसॉगा में सेलिब्रेशन स्क्वायर पर विरोध मार्च में पहुँचे, तो वे कई फिलिस्तीन समर्थकों से घिरे हुए थे, जिन्होंने उन्हें बताया कि तालिबान समर्थकों को फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इस मामले में एक व्यक्ति ने उनसे कहा, “आप अफगानिस्तान में नहीं हैं, आपको ये बात समझनी होगी।” जब फ़िलिस्तीन समर्थक बहस कर रहे थे और उन्हें जाने के लिए कह रहे थे, तो तालिबान समर्थकों ने उनकी आवाज़ को दबाने के स्पष्ट प्रयास में, इंजन को तेज कर दिया। जब उन्होंने आगे बढ़ने की कोशिश की, तो फिलिस्तीन का झंडा लेकर एक महिला विशाल ट्रक के सामने खड़ी हो गई और उन्हें रोक दिया।

वहीं वीडियो रिकॉर्ड कर रहे शख्स ने जब तालिबान समर्थकों से उनकी टिप्पणी माँगी तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ड्राइविंग सीट पर बैठे शख्स ने कहा, “मुझे नहीं पता कि क्या कहूँ।”

जबकि इस पूरे टकराव के दौरान, दोनों व्यक्ति अपने गाड़ी की खिड़कियों के बाहर तालिबान के झंडे उठाए हुए थे। बता दें कि फिलिस्तीनी मूल के कनाडाई लोगों से कनाडा का सेलिब्रेशन स्क्वायर खचाखच भरा था और लोग “फ्री फिलिस्तीन” के नारे लगा रहे थे।

गौरतलब है कि मिसिसॉगा में उसी विरोध प्रदर्शन में, एक महिला ने दावा किया कि हमास आतंकवादी संगठन नहीं है, और उन्होंने जो कुछ भी किया है वह जायज है। उन्होंने दावा किया कि हमास द्वारा बच्चों को मारने की खबरें फर्जी हैं। उन्होंने कहा, “हमास एक मुस्लिम समूह है, वे ऐसा कभी नहीं करेंगे।”

इस बीच, गाजा शहर में हमास के ठिकानों पर एक हफ्ते तक बमबारी करने के बाद, इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने घोषणा की है कि वह गाजा पट्टी में महत्वपूर्ण जमीनी अभियानों की तैयारी पूरी कर लिए हैं। आईडीएफ के अनुसार, वे हमास के आतंक का हवा, जमीन और पानी के रास्ते से मुहतोड़ जवाब देंगे। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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