कनाडा (Canada) में बीते कई दिनों से हजारों लोग वैक्सीन को अनिवार्य किए जाने और कोविड प्रतिबंधों जैसे सरकारी आदेशों को खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच खबर है कि यहाँ पिछले दस दिनों में कई मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है। यहाँ तक कि उपद्रवी दान पेटियों से नकदी, भगवान की मूर्तियाँ और उन्हें चढ़ाए गए आभूषण भी चोरी करके ले गए हैं। इन घटनाओं के बाद से ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में स्थित मंदिरों के पुजारी और श्रद्धालुओं में भय का माहौल है।
मंदिरों को निशाना बनाने वाली ये घटनाएँ 15 जनवरी को जीटीए शहर के ब्रैम्पटन में श्री हनुमान मंदिर में तोड़-फोड़ के साथ शुरू हुई थी। तभी से उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया हुआ है। यही नहीं, उन्होंने 25 जनवरी, 2022 को ब्रैम्पटन में माँ चिंतपूर्णी के मंदिर को भी तोड़ दिया था। इस घटना के बाद भी उपद्रवी शांत नहीं बैठे हैं। उन्होंने एक के बाद एक मंदिर को तोड़ना जारी रखा है। इसमें गौरी शंकर मंदिर और जगन्नाथ मंदिर (दोनों ब्रैम्पटन में) भी शामिल हैं। इसी तरह उन्होंने मिसिसॉगा में हिंदू हेरिटेज सेंटर और हैमिल्टन समाज मंदिर में भी तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया था।
मिसिसॉगा में हिंदू हेरिटेज सेंटर (HHC) में 30 जनवरी को यह घटना हुई थी। यहाँ दो व्यक्तियों ने सेंटर में घुसपैठ कर दान पेटियों और मुख्य कार्यालय में तोड़फोड़ की थी। मंदिर की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, “इस घटना से श्रद्धालु और पुजारी आहत हैं।”
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं को सुबह 2 से 3 बजे के बीच अंजाम दिया गया है। घुसपैठियों की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें वे एक बैकपैक के साथ विंटर गियर लिए हुए और नकाब पहने हुए हैं। वे मंदिर परिसर के भीतर काफी समय दिखाई दे रहे हैं और दान पेटी में नकदी, देवी-देवताओं की मूर्तियों से आभूषण जैसे अन्य कीमती सामान तलाश करते हुए दिख रहे हैं।
मिसिसॉगा में हिंदू हेरिटेज सेंटर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, “पील पुलिस ने हिंदू हेरिटेज सेंटर को पुष्टि की है कि यह उन्हीं व्यक्तियों का समूह है, जो सुबह-सुबह मंदिरों में घुसे थे।” मंदिर के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही सिक्योरिटी गार्ड की नाइट शिफ्ट शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस ने मंदिर के चारों ओर गश्त बढ़ाने और पुख्ता इंतजाम करने को भी कहा है।
बता दें कि कनाडा में प्रदर्शनकारियों के डर से प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) पिछले कई दिनों से किसी गुप्त स्थान पर छिपे हुए हैं। प्रदर्शन करने वालों में बच्चे, महिलाएँ और कुछ दिव्यांग भी शामिल हैं। ये भी कनाडा में नई गाइडलाइन का विरोध कर रहे हैं।