Friday, November 15, 2024
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COVAXIN को मिली WHO से मंजूरी, अब दुनियाभर में लगेगी भारत की कोरोना वैक्सीन

''डब्ल्यूएचओ द्वारा दुनियाभर के नियामक विशेषज्ञों से बने तकनीकी सलाहकार समूह ने यह निर्धारित किया है कि कोवैक्सीन टीका कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए संगठन के मानकों को पूरा करता है। इस वैक्सीन का लाभ जोखिम से कहीं अधिक है और वैक्सीन का उपयोग दुनिया भर में किया जा सकता है।''

भारत की कोरोना कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंजूरी दे दी है। अब इस कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया भर में हो सकेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेक्निकल एडवाइजरी समूह की ओर से यह सिफारिश सिर्फ 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए की गई है। बताया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ के टेक्निकल एडवाइजरी समूह (TAG) ने भारत बायोटेक की इस वैक्सीन के लिए इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) की सिफारिश कर दी थी। इसके बाद संगठन ने यह फैसला लिया।

दरअसल, टीएजी एक स्वतंत्र सलाहकार पैनल है, जो डब्लूएचओ को सिफारिशें प्रदान करता है। यह बताता है कि क्या EUL प्रक्रिया के तहत किसी कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी जा सकती है या नहीं? विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने बयान में कहा, ”डब्ल्यूएचओ द्वारा दुनियाभर के नियामक विशेषज्ञों से बने तकनीकी सलाहकार समूह ने यह निर्धारित किया है कि कोवैक्सीन टीका कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए संगठन के मानकों को पूरा करता है। इस वैक्सीन का लाभ जोखिम से कहीं अधिक है और वैक्सीन का उपयोग दुनिया भर में किया जा सकता है।”

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने डब्ल्यूएचओ से आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलने पर बधाई देते हुए ट्वीट किया, ”यह समर्थ नेतृत्व की निशानी है, यह मोदी जी के संकल्प की कहानी है, यह देशवासियों के विश्वास की जुबानी है, यह आत्मनिर्भर भारत की दिवाली है। मेड-इन-इंडिया वैक्सीन को इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) प्रदान करने के लिए डब्ल्यूएचओ का धन्यवाद।”

वहीं, भारत बायोटेक ने कहा कि डब्ल्यूएचओ से मान्यता मिलने के बाद देश अब कोवैक्सीन के आयात और प्रशासन के लिए अपनी नियामक अनुमोदन प्रक्रियाओं में तेजी ला सकते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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