Friday, November 15, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयट्रंप का ट्विटर हैंडल हो गया रिस्टोर, एलन मस्क ने कराया था पोल: पूर्व...

ट्रंप का ट्विटर हैंडल हो गया रिस्टोर, एलन मस्क ने कराया था पोल: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा – अब लौटने में दिलचस्पी नहीं

डोनाल्ड ट्रंप पर चुनाव नतीजों के बाद कैपिटल हिल में दंगा भड़काने के आरोप लगे थे। इन आरोपों के बाद ट्विटर के पुराने मालिकों ने जनवरी 2021 में ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया था। इस दंगों को लेकर उन पर अवांछित कंटेंट शेयर करने का आरोप लगाया गया था। 

टेस्ला (Tesla) और स्पेसएक्स (SpaceX) एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा सोशल मीडिया साइट ट्विटर (Twitter) का अधिग्रहण करने के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US Ex-President Donald Trump) की इस पर वापसी हो गई है। इसके पहले मस्क ने ट्विटर पर इसके लिए पोल कराया था। हालाँकि, ट्रंप ने शनिवार (19 नवंबर 2022) को कहा कि बहुमत के बाद भी ट्विटर पर लौटने में अब उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।

इसके पहले एलन मस्क ने ट्विटर पर लोगों से इसके बारे में पूछा था। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग चाहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर हैंडल को रिस्टोर किया जाए। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर पोल कराकर लोगों से पूछा था कि डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट रिस्टोर किया जाए या नहीं।

इस पोल में 51.8 प्रतिशत लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट रिस्टोर करने की बात कही। इसके बाद एलन मस्क ने रविवार (20 नवंबर 2022) को डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट रिस्टोर करने की जानकारी ट्विटर पर दी। उन्होंने लिखा, “जनता बोल चुकी है। ट्रंप को बहाल किया जाएगा। जनता की आवाज, ईश्वर की आवाज है।”

एलन मस्क की घोषणा के बाद डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट रिस्टोर हो गया। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पर चुनाव नतीजों के बाद कैपिटल हिल में दंगा भड़काने के आरोप लगे थे। इन आरोपों के बाद ट्विटर के पुराने मालिकों ने जनवरी 2021 में ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया था। इस दंगों को लेकर उन पर अवांछित कंटेंट शेयर करने का आरोप लगाया गया था। 

ट्विटर पर वापसी को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मुझे वापसी का कोई कारण नहीं दिखता है। मैं अपनी ट्रम्प मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप (TMTG) स्टार्टअप की ओर से विकसित ऐप ‘ट्रूथ सोशल’ पर रहूँगा। इस पर ट्विटर की तुलना में यूजर्स से बेहतर जुड़ाव है और यह बहुत अच्छा कर रहा है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

थीसिस पेश करने से लेकर, डिग्री पूरी होने तक… जानें जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ होता है कैसा बर्ताव, सामने आई रिपोर्ट

'कॉल फॉर जस्टिस' की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट से पता चलता है कि जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ न केवल भेदभाव हुआ बल्कि उन्हें धर्मांतरण के लिए उकसाया भी गया।

बांग्लादेश में संविधान का ‘खतना’: सेक्युलर, समाजवादी जैसे शब्द हटाओ, मुजीब से राष्ट्रपिता का दर्जा भी छीनो – सबसे बड़े सरकारी वकील ने दिया...

युनुस सरकार बांग्लादेश के संविधान से 'सेक्युलर' शब्द निकालने की तैयारी कर रही है। इसे इस्लामीकरण की दिशा में एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -