भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार (4 फरवरी, 2020) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किला में और 6 जनवरी को अमेरिका के कैपिटल हिल में भड़की हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं से एक जैसी प्रतिक्रियाएँ और भावनाओं ने जन्म लिया।
India & US are both vibrant democracies with shared values. Incidents of violence & vandalism at historic Red Fort on Jan 26 evoked similar sentiments&reactions in India as did the Capitol Hill incident on Jan 6&are addressed as per local laws: Anurag Srivastava, MEA Spokesperson pic.twitter.com/VrnTgo5CQ0
— ANI (@ANI) February 4, 2021
प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ”भारत और अमेरिका दोनो एक गतिशील लोकतांत्रिक देश है। गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को हिंसा की घटनाएँ, लाल किले में तोड़फोड़ ने भारत में उसी तरह की भावनाएँ और प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की, जैसा कि 6 जनवरी को (अमेरिका में) कैपिटल हिल घटना के बाद देखने को मिला था। भारत में हुई घटनाओं से हमारे संबद्ध स्थानीय कानूनों के मुताबिक निपटा जा रहा है।”
बता दें, MEA प्रेस कॉन्फ्रेंस, अमेरिकी राज्य विभाग द्वारा किसान विरोध के बारे में की गई टिप्पणियों के जवाब में आयोजित की गई थी। दरअसल, अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत द्वारा कृषि सुधारों की दिशा में उठाए गए कदमों को स्वीकार किया। इस दौरान एक्टिविस्ट ग्रेटा थुनबर्ग के लीक हुए दस्तावेज को भी ध्यान में रखा गया है।
श्रीवास्तव ने कहा कि हमने कृषि कानूनों पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। किसी भी प्रदर्शन को भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार और संबंधित किसान समूहों के जारी प्रयासों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
वहीं श्रीवास्तव ने 26 जनवरी को 4 जी इंटरनेट व अन्य चीजों पर लगाई गई रोक को लेकर कहा, “दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में इंटरनेट एक्सेस पर जो रोक लगाई गई थी वह हिंसा रोकने के लिए लगाई गई थी।”
इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख की टिप्पणी को लेकर कहा कि भारत आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है। इस तरह का माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।