सीरिया की राजधानी दमिश्क में एक गाड़ी में जोरदार धमाका हुआ है। यह धमाका ईरान और इजरायल के बीच चल रही तल्खियों के समय में हुआ है। अमेरिका ने इस युद्ध की आशंका के चलते अपने जहाजों को इजरायल के समर्थन में भेजना चालू कर दिया है। यह तनाव 1 अप्रैल, 2024 को ईरानी दूतावास पर दमिश्क में हमले के बाद चालू हुआ था।
सीरिया में हुए इस धमाके में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। हालाँकि, इस धमाके के कारण आसपास कुछ नुकसान पहुँचा है, ऐसा बताया जा रहा है। इस धमाके के पीछे कौन संगठन है, इस विषय में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
गौरतलब है कि इससे पहले 1 अप्रैल, 2024 को दमिश्क में ही ईरानी दूतावास के एक हिस्से पर इजरायल ने हवाई हमला किया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम सीमा पर है। ईरान के इस हमले के बाद बदला लेने की बात कही जा रही है। सीरिया की असद सरकार के पीछे ईरान का ही समर्थन माना जाता है।
ईरान के दूतावास में हुए हमले में कई बड़े ईरानी सैन्य अधिकारी मारे गए थे। हमले के बाद लगातार यह आशंका बनी हुई है कि ईरान या तो खुद या अपने नियंत्रण वाले लड़ाका समूहों के माध्यम से इजरायल पर बड़ा हमला करवा सकता है। ईरान पर ऐसा ना करने का अंतरराष्ट्रीय दबाव भी है लेकिन जनता के गुस्से को शांत करने के लिए उसके कोई कार्रवाई करने के कयास लग रहे हैं।
ईरान के हमले की आशंका के बीच लेबनान में अपना दखल रखने वाले इस्लामी आतंकी समूह हेज्बोल्लाह ने इजरायल पर राकेट हमले तेज कर दिए हैं। वह इजरायल की तरफ लगातार राकेट दाग रहा है। हेज्बोल्लाह के पीछे भी ईरान का ही समर्थन माना जाता है।
इजरायल और ईरान के बीच पहले से ही तनाव काफी ज्यादा है। यह तनाव 7 अक्टूबर को इस्लामी आतंकी समूह हमास के इजरायल पर हमले के बाद बढ़ा था। इसमें दमिश्क में हुई कार्रवाई ने और तेजी ला दी। अमेरिका इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने भी चिंता जताई है कि इजरायल पर जल्द हमला होना है। अमेरिका ने ईरान को चेतावनी भी दी है। उसने कहा है ईरान हमला करने की सोचे भी मत। अमेरिका ने कहा कि इजरायल की सुरक्षा के लिए वह प्रतिबद्ध है और ईरान को वह सफल नहीं होने देगा। कहा जा रहा है कि यह तृतीय विश्व युद्ध में बदल सकता है।
इजरायल ने इस हमले को लेकर अपनी तैयारियाँ मजबूत कर दी हैं। इजरायल ने अपनी सैन्य तैयारियाँ बढ़ा दी हैं और अमेरिका भी इजरायल की मदद को आगे आया है। अमेरिका ने अपने युद्धपोत इजरायल की तरफ भेजना चालू कर दिए हैं ताकि हमले की स्थिति में तुरंत जवाब दिया जा सके।
तनाव के इस माहौल के बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए एडवायजरी जारी की है। भारत ने अपने नागरिकों से दूतावास के सम्पर्क में रहने को कहा था। भारत ने कहा था कि नागरिक अगली सूचना तक ईरान और इजरायल की यात्रा ना करें।