अफगानिस्तान के जलालाबाद में हुई बमबारी का जिम्मा इस्लामी स्टेट ने लिया है। रविवार (सितंबर 19, 2021) को टेलीग्राम चैनल पर अमाक न्यूज एजेंसी के ग्रुप में कहा गया कि शनिवार को जलालाबाद में तालिबान की गाड़ियों पर तीन अलग अलग हमले हुए और एक अन्य हमला रविवार को हुआ। सारे घटनाक्रम में 35 से ज्यादा तालिबानी मारे गए या फिर घायल हुए।
स्थानीय मीडिया बता रहा है कि जलालाबाद में हुई बमबारी में निशाने पर तालिबानियों का वाहन था। चश्मदीद भी यही जानकारी दे रहे हैं कि बम धमाके के बाद कई तालिबानी अस्पताल पहुँचाए गए। बताया जा रहा है कि 30 अगस्त को अमेरिकी सेना के लौटने के बाद शनिवार को हुआ धमाका सबसे घातक था।
Urgent Reuters: #Islamic_State claimed responsibility for a series of #bomb_attacks in the city of #Jalalabad in eastern #Afghanistan, the group's Amaaq News Agency said Sunday. "More than 35 Taliban militia members were killed or wounded" the militant group said. pic.twitter.com/h5Zs2T4Ef0
— Usama Farag (@VOAFarag) September 19, 2021
तालिबान ने अभी तक हताहत हुए तालिबानियों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन टोलो न्यूज को तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बम धमाके की जानकारी दी है। मालूम हो कि अफगानिस्तान में तालिबानियों के घुसने के बाद से नंगरहार, जो पाकिस्तान की सीमा में है, एकमात्र ऐसा प्रांत है जहाँ तालिबान को आईएस द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। पिछली अफगान सरकार के दौरान नंगरहार और कुनार प्रांतों के कुछ जिले आईएस के गढ़ थे लेकिन बाद में फगान बलों, जन विद्रोह और तालिबान द्वारा खदेड़ दिया गया था।
ज्ञात हो कि IS और तालिबान सुन्नी इस्लामी समूह के कट्टर चेहरे हैं। लेकिन ये मजहब और रणनीति के मामले में अलग राय रखते हैं जिसके कारण इनके बीच खूनी संघर्ष चलता है। ये दोनों ही अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी फौज के विरोध में थे। जहाँ तालिबान चाहता था कि उनका अफगानिस्तान पर नियंत्रण हो, वहीं आईएस वैश्विक जिहाद के सपने देखता है। इससे पहले आईएस ने अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर हमला किया था जहाँ सैंकड़ों लोग तालिबान के कब्जे से भागने की कोशिश कर रहे थे।