अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बुधवार (17 अप्रैल, 2024) को दुनिया भर के हिन्दुओं ने रामनवमी का पर्व विशेष हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर भारत के अलग-अलग हिस्सों में शोभा यात्राओं पर हमले की खबरें आईं जिसमें पश्चिम बंगाल प्रमुख रहा। शोभा यात्राओं पर उन्मादी और नफरती हमलों की घटनाएँ भारत की सीमा के बाहर भी हुईं। नेपाल के मोरांग जिले में भी रामनवमी की शोभायात्रा पर हमले हुए।
इस दौरान कई हिन्दू घायल हो गए। घायलों में एक नाबालिग बच्चा भी है जिसके सिर पर तलवार मारी गई है। ऑपइंडिया ने घटना के चश्मदीदों से इस पूरे मामले की जानकारी ली।
यह घटना नेपाल के मोरांग जिले के विराट नगर इलाके में हुई। ऑपइंडिया ने हिंसा के चश्मदीद रहे विराटनगर के हिन्दू संगठन पदाधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी हासिल की। हमें बताया गया कि रामनवमी के अवसर पर हिन्दू समाज के सैकड़ों युवा शोभायात्रा निकाल रहे थे। शोभायात्रा का आयोजन राजन और रितेश नाम के 2 हिन्दुओं ने किया था। दोपहर के समय यह यात्रा विराटनगर के वार्ड नंबर 17 से गुजरने वाली थी। यह वार्ड मुस्लिम बाहुल्य माना जाता है। इस वार्ड में रहने वाला मजहर आलम आए दिन हिन्दुओं के खिलाफ कोई न कोई विवाद करने की वजह से चर्चा में रहता है।
मुस्लिम बाहुल्य वार्ड से हिंसा की शुरुआत
हमें बताया गया कि वार्ड नंबर 17 के पास मजहर आलम दर्जनों मुस्लिमों को ले कर खड़ा था। उसने हिन्दू संगठनों की रैली को रोक दिया और आगे न ले जाने की चेतावनी दी। इस बीच मौके पर पुलिस बल पहुँचा। आरोप है कि पुलिस ने भी मजहर आलम का ही साथ दिया। जब हिन्दू संगठन के सदस्यों ने खुद को रोक रहे मुस्लिमों की ज़िद का विरोध किया तो उन पर पत्थरबाज़ी शुरू हो गई। आरोप है कि मुस्लिमों ने पहले से हमले की तैयारी कर रखी थी।
घटनास्थल पर न सिर्फ ईंटें जमा कर के रखी गई थीं बल्कि भीड़ के हाथों में लाठी-डंडे और तलवारें भी लहरा रहीं थीं। ‘हिन्दू सम्राट सेना’ के एक पदाधिकारी ने ऑपइंडिया को बताया को हिंसक भीड़ हमले के दौरान ‘अल्लाह-हू-अकबर’ और ‘नारा ए तकबीर’ चिल्ला रही थी।
अचानक हुए इस हमले से अफरातफरी का माहौल हो गया। इसी अफरातफरी के बीच शोभा यात्रा में शामिल कुछ वाहनों में मुस्लिम भीड़ ने तोड़फोड़ की। पुलिस के आगे ही पत्थरबाजी हुई। पुलिस को बैकफुट पर देख कर दोनों तरफ से आमना-सामना होने जैसे हालात बन गए। इसी बीच कुछ कट्टरपंथियों की भीड़ पास के ही एक मंदिर में घुस गई। मंदिर में एक बच्चा डर कर बैठा हुआ था जिसके सिर पर तलवार मारी गई। तलवार के वार से बच्चे की खोपड़ी में गहरा घाव हो गया।ऑपइंडिया के पास अस्पताल में भर्ती पीड़ित बच्चे का वीडियो है। वीडियो में बच्चे की खोपड़ी खुल गई है।
हिन्दू पर ही हमला, हिन्दू ही गिरफ्तार
खून को रोकने की बहुत कोशिश की जा रही है। इस बीच हिंसक भीड़ कुछ देर हमले के बाद वार्ड नंबर 17 की तरफ भाग निकली। घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहाँ उनका इलाज चल रहा है। हिन्दू संगठन के सदस्यों ने हमें बताया कि प्रशासन ने परमिशन न होने की बात कह कर शोभायात्रा के ही आयोजक रितेश और राजन को गिरफ्तार कर लिया था। राजन और रितेश को जेल भी भेजने की तैयारी हो चुकी थी।
हालाँकि हिन्दू समाज ने एकजुट हो कर प्रदर्शन किया तो दोनों को रिहा कर दिया गया। स्थानीय हिन्दुओं ने हमसे बात करते हुए यह भी बताया है कि अभी तक मुस्लिम पक्ष के किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया है। दावा है कि मुख्य आरोपित मजहर आलम के साथ इस हमले में असलम सैफी और शाजिद हुसैन भी शामिल थे।
2 देशों की नागरिकता का आरोप है मजहर पर
ऑपइंडिया द्वारा जुटाई गई जानकारी के मुताबिक, हिन्दुओं पर हुए हमले के मुख्य आरोपित मजहर आलम का नेपाल में बड़ा व्यापार है। उस पर नेपाल में 2 देशों की नागरिकता अवैध तौर पर लेने का केस भी चल चुका है। ऑपइंडिया को मजहर आलम के 2 पहचान पत्र मिले। पहला नेपाल का है तो दूसरे भारत का पैन कार्ड। हालाँकि, नेपाल के हिन्दू संगठनों को इस बात की जानकारी नहीं है कि अवैध तौर पर दो देशों की नागरिकता लेने वाले केस में मज़हर का क्या हुआ।
ख़ास बात ये है कि हिन्दुओं पर हमले का आरोपित मजहर आलम अब नेपाली प्रशासन के साथ मिल कर दोनों पक्षों में शांति वार्ता करवा रहा है।
ताजा जानकारी के मुताबिक प्रभावित इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घायल बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है जहाँ उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं।