एक पाकिस्तानी पत्रकार ने शुक्रवार (3 दिसंबर 2021) को खुलासा किया कि कैसे उसके देश के शैक्षणिक संस्थानों में हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। ईशनिंदा के आरोप में श्रीलंकाई नागरिक की निर्मम हत्या के बाद पत्रकतार की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।
‘Tellings with Imran Shafqat’ प्रोग्राम के दौरान एक पैनलिस्ट ने पाकिस्तान में सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में दी जानी वाली तालीम पर सवाल उठाए। इसके साथ ही शिक्षकों के असहिष्णु और कट्टर व्यवहार पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चों को स्कूलों में क्या पढ़ाया जा रहा है? जब मेरे बच्चे स्कूल से घर लौटते हैं, तो मुझसे अजीबोगरीब सवाल पूछते हैं। एक दिन मेरे बेटे ने पूछा कि अब्बू क्या पाकिस्तान में हिंदू भी हैं। मैंने उसे अपने हिंदू दोस्त के बारे में बताया। फिर उसने मुझसे बताया कि स्कूल में मेरे टीचर कह रहे थे आपके सिंध में अगर हिंदु हैं तो आप उन्हें मार क्यों नहीं देते।”
पाकिस्तानी पत्रकार का कहना है कि उसके बेटे को स्कूल में पढ़ाया जाता है, ”अगर सिंध में हिंदू हैं तो आप लोग उन्हें मार क्यों नहीं देते।” यह सुनकर पत्रकार दंग रह जाता है। स्कूल में हिंदुओं के खिलाफ फैलाई जा रही नफरत को लेकर उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल से भी बात की।
पत्रकार ने आगे कहा, “इन स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली तालीम नफरत से भरी हुई है। इससे वे क्या सीखेंगे? हमें इस पर नजर रखना होगा कि उन्हें क्या सिखाया जा रहा है। ये सब 40-50 वर्षों से चला आ रहा है। इस पर खुलकर बात भी नहीं की जा सकती है।”
सियालकोट मॉब लिंचिंग मामला और उसके बाद
लाहौर से 100 किलोमीटर दूर सियालकोट में शुक्रवार (3 दिसंबर 2021) को एक श्रीलंकाई व्यक्ति प्रियंता कुमारा को ईशनिंदा के आरोप में इस्लामी भीड़ ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। इसके बाद उन्हें जिंदा जला दिया गया। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें इस्लामी भीड़ को ‘नारा ए तकबीर’ और ‘लब्बैक या रसूल अल्लाह’ के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही साजा, सर तन से जुदा सर तन से जुदा’ के नारे भी लगाए थे।
पाकिस्तानी इस्लामवादियों ने जिस शख्स की हत्या की, वो सियालकोट में राजको इंडस्ट्रीज के जीएम थे। राजको वह कंपनी है, जिसने विश्व कप के लिए पाकिस्तान टी-20 टीम के लिए क्रिकेट जर्सी और गियर बनाया था। श्रीलंकाई सरकार के राजनयिक दबाव के बाद पाकिस्तान को उन इस्लामवादियों पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिन्होंने प्रियंता कुमारा की हत्या की।
पुलिस मुख्य आरोपित फरहान इदरीस को गिरफ्तार कर चुकी है, जो वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा था। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस इस जघन्य अपराध में शामिल सैकड़ों लोगों को पकड़ने में सफल रही। भीड़ को भड़काने के आरोप में शनिवार (4 दिसंबर) को पुलिस ने दूसरे आरोपित तल्हा को भी गिरफ्तार कर लिया।