Saturday, April 20, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'हिंदू राष्ट्र के लिए हम मरने को तैयार': नेपाल में राजतंत्र के लिए काठमांडू...

‘हिंदू राष्ट्र के लिए हम मरने को तैयार’: नेपाल में राजतंत्र के लिए काठमांडू की सड़कों पर मार्च

नेपाल में दिसंबर 2020 की शुरुआत से ही हिन्दू राष्ट्र और राजतंत्र दोबारा स्थापित करने के लिए प्रदर्शन जारी है। इन प्रदर्शनों में “देश को बचाने के लिए राजतंत्र वापस लाना होगा”, “पार्टी से ऊपर देश” और “राजा, वापस आओ और देश को बचाओ” जैसे नारे लगाए गए थे।

राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे नेपाल में संवैधानिक राजतंत्र और हिंदू राष्ट्र की माँग जोर पकड़ रही है। इसके समर्थन में राजधानी काठमांडू की सड़कों पर मार्च निकाला गया। पूर्व उपप्रधानमंत्री कमल थापा ने संवैधानिक राजतंत्र (Constitutional Monarchy) बहाल करने और नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की माँग की है। उन्होंने माँग पूरी नहीं होने पर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।  

शुक्रवार (1 जनवरी 2020) को एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कमल थापा ने कहा, “शुरुआत में यह सिर्फ हमारा एजेंडा था। लेकिन अब जनता भी इस मुद्दे पर आगे आई है। चाहे लोग इसकी बहाली चाहते हों या नहीं लेकिन वे इसकी बात ज़रूर कर रहे हैं। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए सभी राजनीतिक दलों को इस पर विमर्श करने के लिए बैठक करनी चाहिए।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कमल थापा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र का दर्जा दिलाने के लिए वे और उनके कार्यकर्ता मरने और मारने को तैयार हैं। 

थापा ने कहा, “अन्य राजनीतिक दल संसद के भंग होने की गम्भीरता नहीं समझ कर देश को अंधकार की तरफ ले जा रहे हैं। हाल ही में भारत और चीन के तमाम दिग्गज अधिकारी सत्ताधारी दल में जारी समस्या का हल निकालने के लिए नेपाल आए थे। हम दूसरों को यह तय करने का मौक़ा नहीं दे सकते हैं कि हमें क्या करना चाहिए।”

नेपाल में राजतंत्र समर्थित आंदोलन 

नेपाल में दिसंबर 2020 की शुरुआत से ही हिन्दू राष्ट्र और राजतंत्र दोबारा स्थापित करने के लिए प्रदर्शन जारी है। इन प्रदर्शनों में “देश को बचाने के लिए राजतंत्र वापस लाना होगा”, “पार्टी से ऊपर देश” और “राजा, वापस आओ और देश को बचाओ” जैसे नारे लगाए गए थे। इन प्रदर्शनों को राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, राजशाही समूहों (royalist groups) और राजतंत्र समर्थक नागरिकों का समर्थन प्राप्त है। नेपाल के गृह मंत्रालय ने 77 जिलों को दिशा-निर्देश जारी कर ऐसे प्रदर्शनों को ख़त्म करने को कहा है भले इसके लिए बल का प्रयोग क्यों न करना पड़े।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ईंट-पत्थर, लाठी-डंडे, ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे… नेपाल में रामनवमी की शोभा यात्रा पर मुस्लिम भीड़ का हमला, मंदिर में घुस कर बच्चे के सिर पर...

मजहर आलम दर्जनों मुस्लिमों को ले कर खड़ा था। उसने हिन्दू संगठनों की रैली को रोक दिया और आगे न ले जाने की चेतावनी दी। पुलिस ने भी दिया उसका ही साथ।

‘भारत बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है, नई चुनौतियों के लिए तैयार’: मोदी सरकार के लाए कानूनों पर खुश हुए CJI चंद्रचूड़, कहा...

CJI ने कहा कि इन तीनों कानूनों का संसद के माध्यम से अस्तित्व में आना इसका स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है, हमारा देश आगे बढ़ रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe