Friday, March 29, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयजो आतंकी गाजियाबाद की जेल में था, उसे Pak की कोर्ट ने फाँसी से...

जो आतंकी गाजियाबाद की जेल में था, उसे Pak की कोर्ट ने फाँसी से बचा लिया: कश्मीर-कंधार-पत्रकार का है मामला

1994 में कश्‍मीर में 4 विदेशी पर्यटकों का अपहरण किया। गाजियाबाद समेत भारत की कई जेलों में सजा काटा। 1999 में एयर इंडिया के विमान का अपहरण किया गया। बदले में आतंकी उमर सईद को छोड़ा गया और उसने अमेरिका के खोजी पत्रकार डेनियल पर्ल को मार डाला।

अमेरिका को कोरोना के साथ जंग लड़ता देख पाकिस्तान अपने आतंकी मंसूबों को जमीन पर उतारने के लिए सक्रिय हो गया है। खबर आई है कि वहाँ खूँखार आतंकी अहमद उमर शेख सईद को रिहा करने के लिए रास्ता ढूँढ लिया गया है। अब जल्द ही उसे फाँसी की कैद से बचाकर सलाखों से आजाद कराया जा सकता है। बता दें कि उमर शेख ने 18 वर्ष पहले अमेरिका के खोजी पत्रकार डेनियल पर्ल को मारा था। ये उन्हीं आतंकियों में से एक है, जिन्हें 1999 में कंधार (अफगानिस्तान) में एयर इंडिया के विमान को छोड़ने के बदले रिहा किया गया था।

पाकिस्‍तानी अखबार दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रिटेन में जन्मे अहमद उमर शेख को आतंकवाद निरोधी अदालत ने जो फाँसी की सजा सुनाई थी, उसे सिंध उच्च न्यायालय ने पलट दिया। अदालत ने उम्रकैद की सजा काट रहे सईद के तीन अन्य साथियों फहद नसीम, सलमान साकिब और शेख आदिल को बरी कर दिया। वहीं, अदालत ने कहा कि सईद को मौत की सजा की जगह 7 साल की सजा दी जाए। यह पूरा घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है, जब अमेरिका समेत पूरी दुनिया कोरोना संकट में फँसी हुई है। इसलिए माना जा रहा है कि आईएसआई ने कोर्ट के फैसले के बहाने एक बड़ी साजिश रची है।

इधर, इस खबर की सूचना मिलने के बाद अमेरिका शांत नहीं है। उसने पाकिस्तान को चेताया है। अमेरिकी विदेश मामलों की हाउस कमिटी के चेयरमैन ने चेतावनी भरे लहजे में पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा कि पाकिस्तान की अदालत ने आतंकी उमर की सजा को जिस तरह से बदला है, वह चिंता की बात है। यह काफी जरूरी है कि पाकिस्तान अपनी बेहद पुरानी आतंकवाद की समस्या के खिलाफ वास्तविक प्रतिबद्धता दर्शाए।

मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि आईएसआई और पाकिस्‍तानी सेना का मानना है कि उमर सईद के बाहर आने से कश्‍मीर में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देना और आसान हो जाएगा। हालाँकि खबर ये भी कि अदालत के इस फैसले से इमरान सरकार खुद असमंजस में है। इसलिए उनकी सरकार अभी तक यह फैसला नहीं कर सकी है कि इस फैसले के खिलाफ अपील की जाए या नहीं।

गौरतलब है कि उमर सईद ने ही 1994 में कश्‍मीर में 4 विदेशी पर्यटकों का अपहरण कर लिया था। बाद में सुरक्षा बलों ने एक कार्रवाई में उमर सईद को गिरफ्तार किया था। उमर गाजियाबाद समेत देश की कई जेलों में रहा है। फिर साल 1999 में उसे एयर इंडिया के विमान के अपहरण के बाद छोड़ा गया। अब कहा जा रहा है कि ISI 46 साल के सईद का इस्‍तेमाल एकबार फिर से भारत में आतंकी वारदातों को बढ़ाने में कर सकती है। बता दें पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने उसे अपनी आत्मकथा में डबल एजेंट बताया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संदेशखाली की जो बनीं आवाज, उनका बैंक डिटेल से लेकर फोन नंबर तक सब किया लीक: NCW से रेखा पात्रा ने की TMC नेता...

बशीरहाट से भाजपा की प्रत्याशी रेखा पात्रा ने टीएमसी नेता के विरुद्ध महिला आयोग में निजता के हनन के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई है।

कभी इस्लामी आतंकवाद से त्रस्त, आज ₹2 लाख करोड़ की इकोनॉमी: 1600+ आतंकी ढेर, 370 हटाने के बाद GDP दोगुनी… जानिए मोदी राज में...

मोदी सरकार में जम्मू कश्मीर आतंक की घटनाओं में काफी कमी आई है, राज्य की अर्थव्यवस्था इस दौरान बढ़ कर ₹2 लाख करोड़ हो गई है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe