स्वीडन में कुरान जलाए जाने का ‘बदला’ पाकिस्तान में ईसाइयों से लिया जाएगा। यह ऐलान आतंकी संगठन लश्कर-ए-झांगवी ने किया है। पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण इस आतंकी संगठन को हासिल है। यह आतंकी संगठन पाकिस्तान में शिया मुस्लिमों के खिलाफ हिंसक और बर्बर अभियान चलाए जाने के लिए भी पहचान रखता है।
लश्कर-ए-झांगवी ने ईसाइयों और चर्चों पर हमला करने की धमकी दी है। इसके बाद से पाकिस्तानी ईसाई वहाँ की सरकार से सुरक्षा की माँग कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लश्कर-ए-झांगवी के आतंकी नसीर रायसानी ने एक बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान में कोई भी चर्च और ईसाई सुरक्षित नहीं रहेगा। स्वीडन में कुरान जलाने की घटना का बदला लेने के लिए ईसाइयों को निशाना बनाकर आत्मघाती बम धमाके किए जाएँगे।
आतंकी संगठन ने कहा है, “स्वीडन में कुरान का अपमान कर ईसाइयों ने मुस्लिमों को चुनौती दी है। अगर कोई ईसाई दूसरे देश में कुरान का अपमान करता है तो जिहाद के रास्ते पर चलने वाला झांगवी पाकिस्तान को ईसाइयों के लिए जहन्नुम बना देगा।” इस धमकी पर अब तक पाकिस्तानी सरकार की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, धमकी मिलने के बाद पाकिस्तान में रह रहे ईसाई डर के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं। ईसाई संगठनों ने स्वीडन में कुरान जलाए जाने की घटना की निंदा करते हुए पाकिस्तानी सरकार से सुरक्षा की माँग की है।
ISI-backed Lashkar e Jhangvi vows to attack Christians & Churches in Pakistan to 'avenge' Quran burning in Sweden. pic.twitter.com/aNSFv9UBLg
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) July 4, 2023
UCA की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस के अधिकारी नईम यूसुफ गिल ने कहा है, “स्वीडन में हुए कुरान के अपमान की कड़ी निंदा करता हूँ। धार्मिक अल्पसंख्यक के रूप में हम शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं। हमने हमेशा ही बहुसंख्यक वर्ग का समर्थन किया है। हम कानूनों के उल्लंघन के बारे में सोच भी नहीं सकते। इस धमकी के बाद सभी से सतर्क रहने की अपील करता हूँ।”
पाकिस्तान के फैसलाबाद में एक अन्य ईसाई संगठन के डायरेक्टर फादर खालिद राशिद असी ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की है। बता दें कि फैसलाबाद में करीब 4000 ईसाई रहते हैं। ऐसे में खालिद राशिद असी ने पुलिस से सुरक्षा की माँग की है। साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में साल 2009 में हुए ईसाई विरोधी दंगों के दोहराए जाने की आशंका जताई है। दरअसल, 2009 में कुरान का अपमान होने के बाद लश्कर-ए-झांगवी ने पंजाब प्रांत में ईसाइयों के घरों पर हमला किया था। इस घटना में 10 ईसाई मारे गए थे।
स्वीडन में बकरीद पर मस्जिद के सामने जली थी कुरान
यूरोपीय देश स्वीडन में कोर्ट से आदेश मिलने के बाद बकरीद के दिन यानी बुधवार (28 जून 2023) को मस्जिद के सामने कुरान को फाड़ा और जलाया गया था। इसका वीडियो भी सामने आया था। इस वीडियो में स्टॉकहोम की एक मस्जिद के सामने दो लोग कुरान को फुटबॉल की तरह पैरों से मारते, उसे जमीन पर फेंकते और पैरों से कुचलते दिखे थे। फिर इराकी प्रदर्शनकारी ने कुरान को फाड़कर आग के हवाले कर दिया था। इस घटना से नाराज 57 इस्लामी मुल्कों ने पिछले दिनों सऊदी अरब में बैठक भी की थी। इराक में स्वीडन के दूतावास पर हमला भी हुआ था।