पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी को लेकर देश भर में प्रदर्शन जारी है। कई जगहों से हिंसा की भी खबर है। इस हिंसा में कम से कम 3 लोगों के मारे जाने की खबर है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत सहित कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। हंगामे को देखते हुए इमरान खान को आज (10 मई 2023) को कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा। मामले की सुनवाई उसी जगह होगी, जहाँ उन्हें रखा गया है।
लाहौर, पेशावर, क्वेटा, कराची और रावलपिंडी सहित कई जगहों पर हिंसा की खबरें हैं। PTI के प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्तियों और पुलिस एवं सैन्य कार्यालयों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस और सेना सहित पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने इन्हें रोकने की कोशिश की। इसमें कम से कम 3 लोगों के मारे जाने और दर्जनों के घायल होने की बात सामने आ रही है। वहीं, बड़े पैमाने पर वाहनों पर संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया गया है। प्रदर्शनकारियों की योजना इस्लामाबाद पहुँचने की की है।
बता दें कि इमरान खान को तोशाखाना मामले में गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने बुधवार (10 मई 2023) को पूरे पाकिस्तान में बंद और प्रदर्शन का ऐलान किया है। इसको देखते हुए लगभग पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। PTI के नेताओं का कहना है कि उन्हें और वकीलों को इमरान खान से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
Why is @ImranKhanPTI not being allowed legal representation?
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) May 10, 2023
Why are his lawyers and senior leadership not being allowed to meet him?
Why has a police line house been converted into a temporary court.
Why are you hiding Imran Khan?#ReleaseImranKhan
इमरान खान के वकील का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह से अवैध है। पाकिस्तान की मीडिया भी उनकी गिरफ्तारी की आलोचना कर रही है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना की शह पर वहाँ के हाईकोर्ट ने इमरान खान को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। इमरान खान को मंगलवार (9 मई 2023) को गिरफ्तार किया गया था।
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने PTI के नेताओं पर आरोप लगाया है कि वे बिना किसी सबूत के सेना की छवि को खराब कर रहे हैं। शरीफ सरकार का कहना है कि इमरान खान की गिरफ्तारी में सरकार की कोई भूमिका नहीं है। उनकी गिरफ्तारी कानून के तहत की गई है।
इसके पहले नेशनल अकाउंटिब्लिटी ब्यूरो (NAB) ने उनके खिलाफ वारंट लेकर कार्रवाई की है। गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह का कहना है कि एनएबी एक स्वतंत्र संस्था और सरकार का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने दावा किया, “आंतरिक मंत्री के तौर पर मैं शपथ पर कह सकता हूँ कि मैं कभी भी एनएबी अधिकारी से नहीं मिला और न ही मैंने इस मामले की जानकारी ली है।”
शहबाज शरीफ ने आरोप लगाया कि इमरान खान ने जाँच में सरकार की मदद नहीं की और कानूनी व्यवस्था का तिरस्कार करते रहे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के जरिए इमरान खान न्यायपालिका पर दबाव बना रहे हैं। बता दें कि शरीफ फिलहाल इंग्लैंड की यात्रा पर हैं।
पूरे पाकिस्तान में प्रदर्शन को देखते हुए सेना के कार्यालयों और पुलिस थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सेना और पुलिस के मुख्यालय की सुरक्षा विशेष तौर पर कड़ी की गई है। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने कहा है कि विरोध के नाम पर किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बसों और चेकपोस्ट को आग के हवाले करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
हालाँकि, PTI ने इसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन बताया है। PTI ने यह आरोप लगाया कि पार्टी के नेता और पंजाब के पूर्व राज्यपाल उमर सरफराज चीमा का ‘अपहरण’ कर लिया गया है। पार्टी का कहना है कि चीमा का अपहरण उनके घर से अज्ञात लोगों द्वारा किया गया है।
سابق گورنر پنجاب عمر سرفراز چیمہ کو ان کے گھر سے نامعلوم افراد نے اغواء کرلیا۔ #ReleaseImranKhan pic.twitter.com/XKrnZ2VuYt
— PTI (@PTIofficial) May 10, 2023
इसके पहले, सामने आए वीडियो में लोगों को आर्मी हेडक्वार्टर में पत्थरबाजी और फिर लाठी डंडों से हमला करते देखा जा सकता है। इस दौरान लोगों को ‘नारा-ए-तकबीर, अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगाते सुना जा सकता है।