पाकिस्तान में ‘ईशनिंदा का इल्जाम लगाना’ अल्पसंख्यकों को डराने के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है। हाल में एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आई है जिसमें ईसाई सिक्योरिटी गार्ड को एक मुस्लिम व्यक्ति धमका रहा है कि अगर उसने गाड़ी रोकी तो वह मौलाना को बुलाकर तौहीन-ए-रिसालत का इल्जाम लगा देगा। घटना वीडियो में कैद है इसलिए साफ पता चल रहा है कि महिला की कोई गलती नहीं थीं।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पूरा मामला जिन्ना अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का है। जहाँ तैनात एक महिला सुरक्षा इंचार्ज ने बिन वैध पास और नंबर प्लेट के एक एजेंट के घुसने पर आपत्ति जताई और गाड़ी बाहर निकालने को कहा। महिला की इतनी बात सुन वो व्यक्ति और अन्य सुरक्षाकर्मी भड़क गए जिन्होंने गाड़ी को अंदर जाने के लिए छोड़ा था। इसके बाद उन्हें धमकी दी जाने लगी।
اگر تم نے میری گاڑی نہیں جانے دی تو میں تم پر توہینِ رسالت کا الزام لگادوں گا، ابھی مولویوں کو لاتا ہوں، خود ہی تم کو کاٹ کر پھینک دیں گے۔ کراچی ایئرپورٹ آئی سی جی ویئرہاؤس پر ایک شخص کی کرسچین خاتون سیکورٹی انچارج کو دھمکی
— Sanam Jamali🇵🇰 (@sana_J2) January 6, 2023
1/2 pic.twitter.com/klxk4OKfPt
वीडियो में साफ सुन सकते हैं कि एक व्यक्ति उनसे कहता है, “मैं पागल हूँ। मैं तो तुमको काटकर फेंक दूँगा अभी।” इसके अलावा इस आदमी को बार-बार मौलानाओं की धमकी देते सुना जा सकता है। ये कहता है- “मैं जा रहा हूँ मौलाना को बुलाने, तुम पर तौहीन-ए-रिसालत लगाऊँगा।”
ईसाई महिला और पुरुष के बीच हुई बातचीत में महिला बार-बार पूछती है कि आखिर तौहीन-ए-रिसालत कैसे हो गई। वह बोलती है- “तुम लोगों को ये बात बर्दाश्त नहीं होता कि एक ईसाई महिला काम कर रही है।” वीडियो से ही पता चलता है कि महिला को धमकाने वाले का नाम सलीम है।
2/2 pic.twitter.com/6jWHhrQHva
— Sanam Jamali🇵🇰 (@sana_J2) January 6, 2023
सिविल एविएशन अथॉरिटी ने इस घटना की वीडियो देखने के बाद मामले की जाँच की और पाया कि गलती सलीम की ही थी। उसे नौकरी से फिलहाल डिसमिस कर दिया गया है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आगे का एक्शन पूरी जाँच होने के बाद लिया जाएगा।
बता दें कि पाकिस्तान में ईशनिंदा को अल्पसंख्यकों के विरुद्ध कई बार इस्तेमाल किया गया है। 2021 में एक ईसाई मैनेजर को ईशनिंदा के इल्जाम में जलाकर मार डाला गया था। 2019 में एक हिंदू स्कूल प्रिंसिपल पर छात्र ने ईशनिंद का आरोप लगाया था जिसके बाद उन्हें जेल हुई थी।