ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खालिस्तानियों को चेताया है। उन्होंने कहा है कि मंदिरों पर हमले स्वीकार्य नहीं है। ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 23 मई 2023 को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथोनी अल्बानीज के साथ बातचीत में उन्होंने मंदिरों पर हमले को लेकर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने और पीएम एंथोनी अल्बानीज ने पहले भी ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले और अलगाववादी गतिविधियों को लेकर बात की है। आज भी हमने इस मामले पर चर्चा की। हम ऐसे किसी भी तत्व को स्वीकार नहीं करेंगे जो भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैत्रीपूर्ण और मजबूत संबंधों को अपनी गतिविधियों या विचारों से नुकसान पहुँचाता है। प्रधानमंत्री अल्बानीज ने आज मुझे एक बार फिर आश्वासन दिया है कि वह भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”
#WATCH | PM Anthony Albanese and I have in the past discussed the issue of attack on temples in Australia and activities of separatist elements. We discussed the matter today also. We will not accept any elements that harm the friendly and warm ties between the India-Australia… pic.twitter.com/CJxdU64upC
— ANI (@ANI) May 24, 2023
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों द्वारा हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की कई घटनाएँ सामने आ चुकी है। अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष को पीएम मोदी ने इस साल भारत में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप में आने का भी न्योता दिया। उन्होंने कहा, “वर्ल्ड कप के साथ ही भारत में दीवाली का महापर्व भी मनाया जाएगा। मैं चाहता हूँ कि PM अल्बनीज इस दौरान भारत आएँ।” दोनों नेताओं के बीच ऊर्जा, व्यापार और रक्षा क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
पीएम मोदी को बताया था ‘बॉस’
23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया था। कुडोस बैंक एरिना में हुए इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बानीज भी मौजूद थे। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी को ‘बॉस’ बताया था। वहीं पीएम मोदी ने भारत की संस्कृति और मजबूत अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कितनी भी दूरी हो, हिंद महासागर उन्हें एक-दूसरे से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि दशकों तक जो कार्य क्रिकेट ने किया, अब टेनिस और फिल्मों के जरिए भी दोनों देश जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों की जीवनशैली अलग-अलग होने के बावजूद योग उन्हें आपस में जोड़ता है।