रूस की यात्रा पर पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस ने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने पुतिन को एक बार फिर से शांति का पाठ पढ़ाया, तो दौरे के पहले दिन को लेकर जेलेन्स्की की नाराजगी भी खत्म कर दी। दरअसल, जेलेन्स्की ने पीएम मोदी के दौरे के पहले दिन पर तंज कसा था, लेकिन दूसरे दिन पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाकर पूरी दुनिया का मुँह बंद कर दिया।
रूस ने पीएम मोदी को दिया देश का सर्वोच्च सम्मान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। पीएम मोदी को पुतिन ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया। जिस पर प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा, “यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और रूस के बीच सदियों पुरानी दोस्ती का प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त साझेदारी का सम्मान है। उन्होंने कहा कि पुतिन के नेतृत्व में पिछले 25 वर्षों में भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हुए हैं।”
Honoured to receive the Order of St. Andrew the Apostle. I dedicate it to the people of India. https://t.co/62BXBsg1Ii
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2024
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के दौरे के दूसरे दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से चर्चा की। पीएम ने पुतिन से वार्ता के दौरान आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम ने कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए खतरा बना हुआ है।
पीएम मोदी ने पुतिन के सामने बच्चों की मौत का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “युद्ध हो, किसी तरह का संघर्ष हो या फिर आतंकी हमला। इसमें जनहानि होती है। मानवता में विश्वास करनेवाला हर व्यक्ति, जब जनहानि होती है तो पीड़ित होता है। उसमें भी जब मासूम बच्चों का कत्ल होता है, तो हृदय छलनी हो जाता है। यह दर्द भयानक होता है। इस मामले में आपसे चर्चा भी हुई है।” पीएम मोदी ने मॉस्को कंसर्ट हमले और दागेस्तान आतंकी हमले की बात भी उठाई।
Held productive discussions with President Putin at the Kremlin today. Our talks covered ways to diversify India-Russia cooperation in sectors such as trade, commerce, security, agriculture, technology and innovation. We attach great importance to boosting connectivity and… pic.twitter.com/JfiidtNYa8
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2024
दरअसल, पीएम मोदी ने अपने दौरे के पहले दिन जब पुतिन से मुलाकात की थी, तो ठीक उसी समय रूस ने उक्रेन में एक अस्पताल को मिसाइल हमले का शिकार बनाया था। ऐसे में पीएम मोदी की पुतिन से मुलाकात को लेकर जेलेन्स्की ने निशाना साथा था। उन्होंने एक्स पर लिखा, “रूस के क्रूर मिसाइल हमले में यूक्रेन में आज 37 लोग मारे गए और 170 घायल हो गए। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को मॉस्को में ऐसे दिन दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते देखना बहुत बड़ी निराशा और शांति प्रयासों के लिए विनाशकारी झटका है।”
In Ukraine today, 37 people were killed, three of whom were children, and 170 were injured, including 13 children, as a result of Russia’s brutal missile strike.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) July 8, 2024
A Russian missile struck the largest children's hospital in Ukraine, targeting young cancer patients. Many were… pic.twitter.com/V1k7PEz2rJ
हालाँकि तब भारत ने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया, लेकिन जब पीएम मोदी और पुतिन दूसरे दिन मिले, तो पीएम मोदी ने पुतिन के सामने सारे मुद्दे उठाए। पीएम मोदी ने जेलेन्स्की और यूक्रेन का नाम लिए बिना भी बड़ी बात कह डाली, जिसके बाद जेलेन्स्की ने भी अप्रत्यक्ष रूप से पीएम मोदी को धन्यवाद कहा है। उन्होंने एक्स पर बताया कि अस्पताल पर हमले में मरने वालों की संख्या 38 हो गई है, लेकिन जिन देशों ने यूक्रेन की बात उठाई है, वो उन्हें धन्यवाद अदा करते हैं।
The rescue operation after yesterday's Russian missile attack continues.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) July 9, 2024
As of now, 38 people have been reported dead, including four children. My condolences to all the families and friends affected by this tragedy.
190 people were injured and are receiving assistance. There… pic.twitter.com/T7kfLkggKx
बता दें कि भारत-और रूस के संबंध बहुत पुराने और मजबूत रहे हैं। रूस भारत का सबसे बड़ा रक्षा साझेदार भी है। दोनों देश एक-दूसरे के लिए खड़े होते हैं। हालाँकि भारत ने रूस को लगातार यूक्रेन हमले को लेकर सीख दी है। ऐसे में पश्चिमी देश भी भारत की मुखालफत नहीं कर पा रहे हैं। वहीं, भारत और रूस का रिश्ता लगाकार मजबूत होता है। इस बीच, रूस दौरे पर व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को कजान में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। ये शिखर सम्मेलन 22 से 24 अक्टूबर को रूस में आयोजित किया जाएगा।