Wednesday, November 13, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयकुरान को पाँव तले रौंदा, चूम लिया इजरायली झंडा: हमास के विरोध में स्वीडन...

कुरान को पाँव तले रौंदा, चूम लिया इजरायली झंडा: हमास के विरोध में स्वीडन में प्रदर्शन, वीडियो वायरल

स्वीडन में रहने वाले इराकी शरणार्थी सलवान मोमिका को इजरायली झंडे को चूमते और कुरान की एक प्रति को अपने पैर से रौंदते देखा गया। जिसका वीडियो अब वायरल हो गया है।

इजरायल और हमास के बीच दो सप्ताह से चल रहे युद्ध के बीच एक्टिविस्ट सलवान मोमिका (Salwan Momika) ने कुरान पर पैर रखकर और इजरायली झंडा लहराकर यहूदी राष्ट्र के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।

यह घटना शनिवार (21 अक्टूबर, 2023 ) को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई। स्वीडन में रहने वाले इराकी शरणार्थी सलवान मोमिका को भी इजरायली झंडे को चूमते और कुरान की एक प्रति को अपने पैर से रौंदते देखा गया।

घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 

एक दिन पहले ही शुक्रवार (20 अक्टूबर, 2023) को सलवान मोमिका ने घोषणा की थी, “कल मैं इजरायल का झंडा उठाऊँगा, इजरायल के साथ अपनी एकजुटता की घोषणा करूँगा और स्टॉकहोम में कुरान और फिलिस्तीनी झंडे को जलाऊँगा।”

गौरतलब है कि इस साल 28 जून को स्वीडिश पुलिस ने इराकी शरणार्थी को स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के बाहर एक प्रदर्शन में कुरान जलाने की अनुमति दी थी। यह घटनाक्रम ईद-अल-अधा से पहले सामने आया था जब स्वीडिश अदालत ने कुरान जलाने वाले प्रदर्शनों पर पुलिस के प्रतिबंध को हटा दिया था। 

परिणामस्वरूप, यमन में हूती विद्रोहियों ने स्वीडन से आयात पर प्रतिबंध लगा दिया। हूती विद्रोहियों द्वारा संचालित टीवी चैनल अल मसीरा ने व्यापार मंत्री के हवाले से कहा, “यमन पहला इस्लामिक देश है जिसने मुस्लिमों के पाक किताब के अपमान के बाद स्वीडिश सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।”

उन्होंने अन्य इस्लामिक देशों से भी इस स्कैंडिनेवियाई देश से आयात पर प्रतिबंध लगाने की अपील की। हालाँकि, हूती व्यापार मंत्री ने कहा कि स्वीडन से आयात सीमित था और प्रतिबंध का एक प्रतीकात्मक मूल्य ही था। उन्होंने यह भी कहा कि कुरान जलाने के विरोध में यह सबसे छोटी चीज थी जो वे कर सकते थे।

इससे पहले जनवरी 2023 में डेनिश राजनेता रासमस पालुदान (Rasmus Paludan) ने भी देश की राजधानी में तुर्की दूतावास के बगल में कुरान की एक प्रति जला दी थी, जिससे तुर्की को अपनी नाटो सदस्यता के बारे में स्वीडन के साथ चर्चा रोकनी पड़ी थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

गैर मुस्लिमों को जबरन नहीं परोसा जाएगा ‘हलाल मांस’, एअर इंडिया का बड़ा फैसला: जानें यह कैसे सही दिशा में कदम

देश की प्रमुख एयरलाइन एअर इंडिया ने फैसला किया है कि वह अब गैर-मुस्लिम यात्रियों को हलाल माँस नहीं परोसेगी।

बढ़कर 21% हुए मुस्लिम, 54% तक घटेंगे हिंदू: बांग्लादेशी-रोहिंग्या बदल रहे मुंबई की डेमोग्राफी, TISS की जिस रिपोर्ट से घुसपैठ पर छिड़ी बहस उसके...

अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुस्लिमों का घुसपैठ मुंबई में बड़े पैमाने पर सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बदलाव ला रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -