ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन (UK MP Bob Blackman) ने बीबीसी (BBC) की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री को लेकर बड़ा बयान दिया है। ब्लैकमैन ने मंगलवार (14 फरवरी, 2023) को कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में तथ्यों को पूरी तरह से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
#BreakingNews: UK MP Bob Blackman (@BobBlackman) speaks to CNN-News18’s @AnchorAnandN. He talks about the controversial #BBCDocumentary and says “it was a result of poor journalism, badly researched”
— News18 (@CNNnews18) February 14, 2023
He added that “China is trying to encircle India”
(@toyasingh)#PMModi pic.twitter.com/ljcRR0Vwda
ब्रिटिश सांसद ने News18 से बात करते हुए कहा, “बीबीसी ब्रिटिश सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। पीएम मोदी को लेकर ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो पार्ट में बनाई गई डॉक्यूमेंट्री स्तरहीन पत्रकारिता का परिणाम है। इस पर उचित शोध नहीं किया गया है। ये पूरी तरह से अनुचित है।”
इससे पहले कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के 33 वर्ष पूरे होने पर 27 जनवरी, 2023 को ट्वीट कर हैरो ईस्ट के कंजरवेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने उन पर (कश्मीरी पंडितों) हुए अत्याचार के बारे में अपने देश के लोगों को शिक्षित करने की कसम खाई थी। उन्होंने कहा था कि घाटी में 1990 में कश्मीरी पंडितों का नरसंहार हुआ, जिसके कारण उन्हें अपने घरों को छोड़कर पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
The room was packed as I and other dignitaries commemorated 33 years since the #KashmiriPandits genocide. We will continue to educate people on the brutal genocide and the atrocities that forced so many from their homes in 1990. pic.twitter.com/1y2mGqJwz5
— Bob Blackman (@BobBlackman) January 27, 2023
मालूम हो कि बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गृहमंत्री ने कहा, “हजारों साजिशें सच्चाई को नुकसान नहीं पहुँचा सकतीं। सच्चाई सूरज की तरह चमकता है। साल 2002 से लेकर अब तक वे लोग नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऐसा कर रहे हैं। हर बार हम मजबूत और सच्चाई के साथ लोगों के बीच अधिक लोकप्रियता हासिल करके उभरे हैं।”
उल्लेखनीय है बीबीसी ने ‘इंडिया : द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो पार्ट में बनाई गई विवादित डॉक्यूमेंट्री सीरीज में गुजरात दंगों को लेकर नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री के कार्यकाल पर हमला किया है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब से डॉक्यूमेंट्री से संबंधित लिंक हटाने का आदेश जारी किया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब वीडियो के लिंक वाले 50 से ज्यादा ट्वीट्स को ब्लॉक किया गया था। विदेश मंत्रालय ने इसे भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिश करार दिया था।
इस डॉक्यूमेंट्री में गोधरा कांड में इस्लामवादियों की भूमिका पर पर्दा डालने की कोशिश की गई है। गोधरा कांड में 59 हिंदू मारे गए थे। यही नहीं, BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और जेएनयू (JNU) में काफी बवाल भी हुआ था।