अमेरिका ने हमास के 10 सदस्यों और एक आर्थिक लेन-देन वाले गुट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन प्रतिबंधों के तहत इन व्यक्तियों और संगठनों पर संयुक्त राज्य अमेरिका में यात्रा करने, संपत्ति रखने या अमेरिकी लोगों या कंपनियों के साथ व्यापार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अमेरिका ने ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद’ (UNSC) में इजरायली हमले को रोकने और सीजफायर की माँग करने वाले प्रस्ताव पर भी वीटो कर दिया है।
वहीं, इजरायल ने मिस्र की तरफ से राफा क्रॉसिंग की तरफ से मानवीय मदद पहुँचाने की इजाजत दे दी है, साथ ही कहा है कि वो इजरायल की तरफ से नाकाबंदी जारी रखेगा।
इजरायल ने दी मानवीय सहायता की अनुमति
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि इजरायल अपनी सीमा वाले हिस्से से गाजा में मानवीय आपूर्ति की अनुमति नहीं देगा, लेकिन मिस्र से आने वाली सहायता को नहीं रोकेगा। नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति जो बायडेन की माँग को ध्यान में रखते हुए इजरायल मिस्र से मानवीय आपूर्ति को तब तक नहीं रोकेगा, जब तक कि यह दक्षिणी गाजा पट्टी में या वहाँ जाने वाले नागरिक आबादी के लिए केवल भोजन, पानी और दवा है।”
इसका मतलब साफ है कि ये मानवीय सहायता सिर्फ दक्षिणी गाजा के हिस्से तक है।
#BREAKING Israel to allow humanitarian aid into Gaza via Egypt, limited to 'food, water and medicine': PM Netanyahu's office pic.twitter.com/NmdU5dVku4
— AFP News Agency (@AFP) October 18, 2023
अमेरिका ने हमास के खिलाफ उठाया बड़ा कदम
अमेरिका ने हमास के 10 सदस्यों और एक आर्थिक लेन-देन वाले गुट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन प्रतिबंधों के तहत, इन व्यक्तियों और संगठनों पर संयुक्त राज्य अमेरिका में यात्रा करने, संपत्ति रखने या अमेरिकी लोगों या कंपनियों के साथ व्यापार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रतिबंधित व्यक्तियों में हमास के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व के सदस्य शामिल हैं। आर्थिक लेन-देन वाले गुट पर प्रतिबंध लगाया गया है क्योंकि वह हमास को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। अमेरिका ने कहा कि ये प्रतिबंध हमास के आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में मदद करेंगे।
UNSC में सीजफायर की माँग वाली वोटिंग पर अमेरिका ने किया वीटो
संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें गाजा पट्टी तक मानवीय सहायता की पहुँचाने की अनुमति देने के लिए इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादियों हमास के बीच संघर्ष विराम का आह्वान किया गया था। पिछले कुछ दिनों में ब्राजीलियाई-मसौदे पर मतदान में दो बार देरी हुई क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा तक सहायता पहुँचाने की कोशिश कर रहा है। अब वो इसमें सफल भी हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से प्रस्ताव के पक्ष में फ़्रांस, चीन, अल्बानिया, ब्राज़ील, इक्वाडोर, गैबॉन, घाना, जापान, माल्टा, मोज़ाम्बिक, स्विट्ज़रलैंड, संयुक्त अरब अमीरात ने मतदान किया, तो प्रस्ताव के ख़िलाफ़ संयुक्त राज्य अमेरिका ने वीटो कर दिया। वहीं, यूनाइटेड किंगडम और रूस ने वोटिंग से दूरी बनाए रखी। अमेरिका के वीटो की वजह से ये प्रस्ताव गिर गया।
हमास के हमले में करीब 1400 इजरायलियों की मौत
गौरतलब है कि हमास के हमलों में इजरायल के करीब 1400 लोगों की मौत हुई है। 3000 से ज्यादा घायल हैं। हमास ने इस हमले में करीब 250 इजरायली नागरिकों को बंधक भी बना लिया था। इजरायली बंधकों को छुड़ाने और हमास को मिटाने के लिए गाजा की घेराबंदी कर दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने बिजली, पानी, राशन की सप्लाई भी रोक दी है। इजरायल के जवाबी कार्रवाई में करीब तीन हजार आतंकी मारे गए हैं। इजरायल वार टीम ने एक एक्स पोस्ट के जरिए बताया है कि इजरायल को टारगेट कर हमास के दागे रॉकेट में से 30 से 40% मिसफायर होकर गाजा पट्टी में ही गिरे हैं।