हिजाब सही से न पहनने के कारण हुई 22 साल की लड़की की हत्या के बाद ईरान में सैंकड़ों औरतों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने हिजाब को सिर पर बाँधने की बजाए हाथ में रखा और हवा में उठा कर प्रशासन का विरोध किया। इस प्रदर्शन में कई पुरुष भी शामिल दिखे।
ईरान की महिलाओं के लिए मुखर होकर बात रखने वाली पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने इस प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया। उन्होंने बताया कि ईरान और सक्केज की औरतों ने महसा अमिनी की हत्या के विरोध में अपने हिजाब उतारकर प्रदर्शन किया। साथ ही ‘तानाशाह को मौत’ जैसे नारे बुलंद किए।
उन्होंने बताया, “ईरान में हिजाब हटाना एक दंडनीय अपराध है। हम दुनिया भर के महिलाओं और पुरुषों से एकजुटता दिखाने का आह्वान करते हैं।”
Women of Iran-Saghez removed their headscarves in protest against the murder of Mahsa Amini 22 Yr old woman by hijab police and chanting:
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022
death to dictator!
Removing hijab is a punishable crime in Iran. We call on women and men around the world to show solidarity. #مهسا_امینی pic.twitter.com/ActEYqOr1Q
इससे पहले मसीह ने ही जानकारी दी थी कि कैसे ईरान की मोरल पुलिस ने महसा को निर्ममता से पीट पीटकर कोमा में पहुँचाया। कथिततौर पर महसा ने ईरान में रहकर सही से हिजाब नहीं पहना था इसलिए पुलिस ने उन पर हमला किया और उन्हें इतना मारा कि उनका पहले ब्रेन डेड हुआ, वो कोमा में गईं और उसके बाद उनकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें बुर्का पहनी औरतें एक सूट सलवार पहनी औरत को निर्ममता से पीट रही हैं। मसीह का दावा है कि ये वीडियो ईरान की मोरल पुलिस की है। लोग आकर लड़की को बचा रहे हैं लेकिन पुलिस उन्हें पीटने में लगी है। वीडियो में जबरन लड़कियों को घसीट-घसीट कर पीटते देखा जा सकता है।
Do you really want to know how Iranian morality police killed Mahsa Amini 22 year old woman? Watch this video and do not allow anyone to normalize compulsory hijab and morality police.
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 16, 2022
The Handmaid’s Tale by @MargaretAtwood is not a fiction for us Iranian women. It’s a reality. pic.twitter.com/qRcY0KsnDk
ट्विटर ने ईरानी पत्रकार का अकॉउंट कर दिया था ब्लॉक
हैरानी की बात ये है कि ईरान में महिलाओं के साथ होती ऐसी निर्ममता को शेयर करने वाली मसीह जहाँ ट्विटर के जरिए दुनिया को जमीनी हकीकत से वाकिफ करवा रही थीं। वहीं पूरे प्रकरण के बीच ट्विटर ने उनका अकॉउंट बंद कर दिया और उनसे वो दो तस्वीरें हटवाई गईं जिनमें ईरानी बर्बरता का शिकार हुई महिलाओं के चेहरे थे।
This is what happens when you report the realities in Iran. @AlinejadMasih account during this critical time in Iran is now unavailable by @Twitter – all it takes is the cyber goons of the Islamic Republic of Iran to report you.
— Samira Mohyeddin سمیرا (@SMohyeddin) September 18, 2022
Hey @TwitterSupport Iranians rely on this account pic.twitter.com/JgFpEkKw2B
बाद में अकॉउंट वापस खुला लेकिन मसीह के अकॉउंट से वो दो तस्वीरें डिलीट थीं। ट्विटर की ऐसी कार्रवाई जानने के बाद यूजर्स ने ईरान के कट्टरपंथियों के साथ ट्विटर का भी विरोध किया। सवाल किए गए कि एक आपराधिक मानसिकता वाला व्यक्ति ट्विटर पर रह सकता है मगर अपराध को उजागर करने वाला व्यक्ति यहाँ नहीं टिक पाता।
I’m back on Twitter because I was forced to take down two photos . Both were killed by Islamic Rpublic security forces.
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 18, 2022
You are censoring me and others who expose brutality by dictators while letting those who commit these crimes to post undisturbed. Remove @khamenei_ir not me.
बता दें कि 22 साल की लड़की की हत्या पर आवाज उठाने पर जैसे ऑनलाइन कार्रवाई हो रही है, वैसे ही ईरान में जमीन पर उतर कर प्रदर्शन करने वालों पर गोली चलाई जा रही है। मसीह द्वारा साझा वीडियो में ही देख सकते हैं कि कैसे ईरान में बंदूकों और आँसू गोलों से लोगों को घायल किया गया। लोग खून से लथपथ अवस्था में अस्पताल पहुँचाए जा रहे हैं।।
This is the real Iran, Security forces in Iran’s Saqqez opened fire at peaceful protesters following the burial of #Mahsa_Amini.
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 17, 2022
Several protesters have been injured.
First Hijab police killed a 22 Yr old girl and now using guns and tear gas against grieving people.#مهسا_امینی pic.twitter.com/IgUdFEnJCS