Monday, December 23, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयसड़े जानवरों का मांस खाना, उनके मल का सिगरेट पीना: 67 साल से नहीं...

सड़े जानवरों का मांस खाना, उनके मल का सिगरेट पीना: 67 साल से नहीं नहाया है 87 वर्षीय ‘सबसे गंदा आदमी’, कोई बीमारी ना देख डॉक्टर हैरान

जाजी युवावस्था से जुड़ी कुछ असफलताओं के कारण अकेले रहने लगे थे। तब से वह अकेलापन की जिंदगी गुजार रहे हैं। वह सिर्फ सबसे अलग लाइफस्टाइल ही नहीं जीते, बल्कि समसामयिकी घटनाओं से भी पूरी तरह अपडेट रहते हैं। वह मिलने आने वाले लोगों से रुस और फ्रांस की क्रांति पर लोगों से चर्चा करते हैं।

अगर आपको पता चले कि आपके पास बैठा कोई व्यक्ति सप्ताह भर से नहाया नहीं है तो आप नाक-भौं सिकोड़ने लगेंगे, लेकिन जब आपको पता चले कि कोई शख्स पिछले 67 सालों से नहाया नहीं है तो आप कहेंगे। इतना ही नहीं, साथ में यह भी पता चले कि वह व्यक्ति मरे हुए जानवरों का मांस खाता है और गंदे नाले का पानी पीता है तो आप कहेंगे जरूर वह कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति होगा। लेकिन, ऐसा नहीं है। वह बुजुर्ग पूरी तरह स्वस्थ है और उसे किसी तरह की बीमारी भी नहीं है। डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की है।

फोटो क्रेडिट: गेटी इमेज via आजतक

ईरान के करमनशाह प्रांत के देजगाह गाँव के रहने वाले 87 वर्षीय अमौ जाजी पिछले 67 सालों से नहाए नहीं हैं। लोग उन्हें दुनिया का सबसे गंदा आदमी (Dirtiest Man Amou Jaji) कहा जाता है। उनकी दाढ़ी बढ़ी हुई और शरीर देखने में काला लगता है। उन्हें देखकर लगता है कि जैसे अभी-अभी कोयले के खादान से निकले हों।

ईरान के रेगिस्तानी इलाके में अकेले रहने वाले जाजी को पानी से डर लगता है और उन्हें लगता है कि वह नहाएँगे तो बीमार पड़ जाएँगे। इसलिए दशकों से नहाए बिना ही रह रहे हैं। जाजी को घर का खाना भी पसंद नहीं है। मांस के शौकीन जाजी मरे हुए जानवरों के सड़े मांस को खाते हैं और गंदे नाले का पानी पीते हैं। उन्हें धूल-मिट्टी में पड़े रहना पसंद है। इतना ही नहीं जब सिगरेट पीने का मन करता है तो जानवरों के मल को वह अपने साथ रखे जंग लगी पाइप में डालकर पीते हैं।

जाजी (फोटो क्रेडिट: द मिरर)

जाजी का कहना है कि साफ-सफाई से उन्हें नफरत है। गंदगी के कारण वह स्वस्थ और लंबी जिंदगी जी रहे हैं। वह जमीन से नीचे झोपड़ी बनाकर रहते हैं। उनका कहना है कि आमतौर लोग उनकी इज्जत करते हैं, लेकिन कभी-कभी कोई व्यक्ति उन्हें पागल समझ लेता और उन पर पत्थर फेंकता है।

तेहरान टाइम्स के अनुसार, जाजी युवावस्था में अपने घर से भागकर इस इलाके में रहने लगे थे। इसका कारण उनसे जुड़ी कुछ असफलताएँ बताई जाती हैं। तब से वह अकेलापन की जिंदगी गुजार रहे हैं। हालाँकि उन्हें अभी भी अपने जीवन में किसी के आने का इंतजार है। हालाँकि, आसपास के गाँव वाले उनसे मिलने आते रहते हैं।

फोटो क्रेडिट: गेटी इमेज via आजतक

डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के लिए उनकी कई तरह की जाँच की और उनकी अवस्था को देखकर वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित हैं। डॉक्टरों ने बताया कि ऐसी जीवन-शैली होने के बावजदू उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं है और उन्हें उनके शरीर में कोई गंभीर बैक्ट्रिया है। जाँच करने वाले प्रोफेसर डॉ घोलमरेज़ा मोलवी ने पाया कि ऐसी लाइफस्टाइल के कारण उनमें अत्यधिक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली (very Strong Immune System) विकसित हो गई है, जिसके कारण वह स्वस्थ रहे हैं।

जाजी सिर्फ सबसे अलग लाइफस्टाइल ही नहीं जीते, बल्कि समसामयिकी घटनाओं (Current Affair) से भी पूरी तरह अपडेट रहते हैं। वह मिलने आने वाले लोगों से रुस और फ्रांस की क्रांति पर लोगों से चर्चा करते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संभल में जहाँ मिली 3 मंजिला बावड़ी, वह कभी हिंदू बहुल इलाका था: रानी की पोती आई सामने, बताया- हमारा बचपन यहीं बीता, बदायूँ...

संभल में रानी की बावड़ी की खुदाई जारी है। इसे बिलारी के राजा के नाना ने बनवाया था। राजकुमारी शिप्रा ने बताया यहाँ की कहानी।

अब इस्लामी कानून से ब्रिटेन को हाँक रहे मुस्लिम, चल रहे 85 शरिया कोर्ट: 4 बीवी की रवायत को बढ़ावा, ग्रूमिंग गैंग के आतंक...

इंग्लैंड में वर्तमान में 85 ऐसी शरिया अदालतें चल रही हैं। मुस्लिमों के मसलों से निपटने के लिए बनाई गई यह शरिया अदालतें पूरे इंग्लैंड में फैली हुई हैं।
- विज्ञापन -