Friday, November 15, 2024
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डॉक्टर से रंगदारी और मारी गोली… क्योंकि अम्मी के कैंसर का ठीक इलाज नहीं किया: सरफ़राज़, शाहिद गिरफ़्तार

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव का कहना है कि सरफ़राज़ झूठ बोल रहा है क्योंकि उसकी माँ के कैंसर का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ था, इसलिए इलाज में कोई खर्चा नहीं आया था।

झारखंड के जमशेदपुर में एमजीएम अस्पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एसके कुंडू से रंगदारी माँगने और फिर उन पर फायरिंग करने वाले दो आरोपितों के पुलिस ने अपनी गिरफ़्त में ले लिया है। दोनों में से एक की पहचान सरफ़राज़ आलम उर्फ़ छोटू (22 वर्ष) और दूसरे की पहचान शाहिद ख़ान उर्फ़ शहज़ादा (19 वर्ष) के रूप में हुई है। आरोपितों ने बैलून फोड़ने वाले एयरगन और पिस्टल लाइटर से डॉक्टर पर एपेक्स अस्पताल के सामने फायरिंग की थी। पुलिस ने उनके पास से इन हथियारों को भी बरामद किया है। साथ ही उस बाइक को भी हिरासत में ले लिया है जिसका इस्तेमाल आरोपितों ने फायरिंग के लिए किया था।

एसएसपी अनूप बिरथरे ने रविवार (14 जुलाई 2019) को अपने कार्यालय के सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि सरफ़राज़ आज़ादनगर हुसैनी मोहल्ला क्रॉस रोड नम्बर-19, और शाहिद ख़ान कपाली, बंधुगोड़ा स्कूल के पास का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि दोनों बदमाशों ने पहले तो ₹5 लाख की रंगदारी माँगी उसके बाद रक़म दोगुनी करते हुए ₹10 लाख कर दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।

दरअसल डॉ. कुंडू सरफ़राज़ की माँ के कैंसर का इलाज लंबे समय से कर रहे थे। माँ के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होने से सरफ़राज़ खिन्न था। इसके बाद वो अपनी माँ को मुंबई ले गया जहाँ उसे पता चला कि उसकी माँ को ग़लत कीमो दिया गया था। इसके कुछ रोज बाद उसकी माँ का देहांंत हो गया। इलाज में काफ़ी रुपया खर्च हो गया था जिससे सरफ़राज़ तंगी के दौर से गुज़र रहा था। डॉ. से बदला लेने की उसकी इच्छा दिन-प्रतिदिन परवान चढ़ती जा रही थी। इसके बाद उसने शाहिद के साथ मिलकर रंगदारी और फायरिंग की योजना बनाकर उसे अंजाम दिया।

वहीं, आइएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) महासचिव का कहना है कि सरफ़राज़ झूठ बोल रहा है क्योंकि उसकी माँ के कैंसर का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ था, इसलिए इलाज में कोई खर्चा नहीं आया था। 

सरफ़राज को डॉ. कुंडू की पूरी दिनचर्या अच्छी तरह से पता थी। एसएसपी ने जानकारी दी कि सरफ़राज़ डॉक्टर से रंगदारी माँगने के लिए जिस फोन का इस्तेमाल करता था वो उसने किसी राह चलते व्यक्ति से छीना था। वो इसी फोन से सिर्फ़ डॉक्टर से बात करता था। 7 जुलाई 2019 की रात 7.30 बजे डॉ. एस के कुंडू को फोन कर सरफ़राज़ और शाहिद ने पाँच लाख रुपए की रंगदारी माँगी, इसके बाद रक़म बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दी। 10 जुलाई को एपेक्स अस्पलात के नज़दीक दोपहर 3:15 बजे उन पर नकली हथियार से फायरिंग कर दी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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