महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चुनाव के नतीजे के बाद से ही खींचतान का माहौल बना हुआ है। इस बीच राज्य में सरकार गठन को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से अपील की गई है कि वो इस सन्दर्भ में कुछ करें।
दरअसल, यह अपील केंद्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (RPI) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने की है। उन्होंने कहा, “मैंने अमित भाई (भाजपा अध्यक्ष अमित शाह) से कहा कि अगर वह मध्यस्थता करते हैं तो एक रास्ता निकाला जा सकता है, जिस पर उन्होंने (अमित शाह) जवाब दिया कि चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा। भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएँगे।”
Union Minister Ramdas Athawale: I told Amit bhai (BJP President Amit Shah) that if he mediates then a way can be found out to which he (Amit Shah) replied “don’t worry, everything will be fine. BJP & Shiv Sena will come together to form government”. #Maharashtra pic.twitter.com/JMIPnQJsuM
— ANI (@ANI) November 17, 2019
इससे पहले, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जलमार्ग विकास मंत्री नितिन गडकरी ने भी महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने इशारा किया था कि राजनीति और क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। कई बार ऐसा लगता है कि आप मैच हार रहे हैं, लेकिन नतीजा उसके ठीक उलट होता है। नितिन गडकरी के इस बयान को बेहद अहम माना जा रहा था।
ग़ौरतलब है कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था और 24 अक्टूबर को सभी 288 सीटों के लिए मतगणना हुई थी। भाजपा को सबसे अधिक सीटें, 105 मिलीं थी, शिवसेना को 56, राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी को 54 और कॉन्ग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी। भाजपा-शिवसेना और कॉन्ग्रेस-NCP ने मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन, नतीजों के बाद शिवसेना ढाई साल के लिए सीएम का पद मॉंग रही थी जिसे भाजपा ने ठुकरा दिया था।
बहरहाल, महाराष्ट्र की स्थिति पर फ़िलहाल कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। शिवसेना ने तो एनसीपी और कॉन्ग्रेस की सारी माँगे मान ली हैं। लेकिन, फिर भी तीनों पार्टियों के बीच का मतभेद और संशय ख़त्म नहीं हो रहा है। ऐसे में अगर इनकी सरकार किसी तरह बन भी गई, तो यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि जब इन तीनों के बीच अभी ही वस्तु-स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही, तो फिर सरकार कैसे चलेगी।