Wednesday, November 6, 2024
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आजतक की पत्रकार चित्रा त्रिपाठी को किसान प्रदर्शनकारियों ने घेरकर छेड़ा, न्यूजक्लिक के पत्रकार ने दुष्कृत्य को ठहराया सही: देखें वीडियो

इस घटना पर न्यूज़क्लिक के एक 'पत्रकार' श्याम मीरा सिंह ने उत्पीड़न की निंदा करने के बजाय, चित्रा त्रिपाठी पर जनता को 'मूर्ख' बनाने का आरोप लगाते हुए अत्याचारी आचरण को सही ठहराया।

आजतक टीवी चैनल की पत्रकार और संपादक चित्रा त्रिपाठी रविवार (5 सितंबर 2021) को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत को कवर करने के लिए गई थीं। वहाँ कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काफी परेशान किया। प्रदर्शनकारी चित्रा के आसपास जमा हो गए और ‘गोदी मीडिया हाय-हाय’ के नारे लगाने लगे। आखिरकार कार्यक्रम को कवर करने के लिए गईं पत्रकार को मौके से खदेड़ दिया गया।

इस घटना पर न्यूज़क्लिक के एक ‘पत्रकार’ श्याम मीरा सिंह ने उत्पीड़न की निंदा करने के बजाय, चित्रा त्रिपाठी पर जनता को ‘मूर्ख’ बनाने का आरोप लगाते हुए अत्याचारी आचरण को सही ठहराया। न्यूज़क्लिक के श्याम मीरा सिंह ने दावा किया कि यही लोग रवीश कुमार की सराहना करेंगे, लेकिन रवीश कुमार के खिलाफ भी होंगे।

आज मुजफ्फरनगर में कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी पूरे विरोध प्रदर्शन के दौरान नियमित रूप से घिनौने आचरण में लिप्त रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल गणतंत्र दिवस मौके पर भी किसान के रूप में प्रदर्शनकारियों का विरोध हिंसक हो गया औऱ इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में दंगे हुए थे।

वहीं, इंडिया टुडे के एक संपादक ने प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शनकारियों द्वारा महिला पत्रकारों से छेड़छाड़ करने का खुलासा किया था। संपादक ने बताया था कि ये लोग महिला पत्रकारों के नितंबों पर चुटकी काट रहे थे।

हालाँकि, किसान आंदोलन में ही दिल्ली की टीकरी सीमा विरोध स्थल पर पश्चिम बंगाल की एक लड़की के साथ भी दुष्कर्म किया गया था। 30 अप्रैल 2021 को पीड़िता की मौत के बाद प्रदर्शनकारियों ने शव को खुली जीप में रखकर जुलूस निकाला था, भले ही उसकी कथित तौर पर कोविड -19 से मृत्यु हो गई थी।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कथित किसानों ने मुजफ्फरनगर में ‘महापंचायत’ का आयोजन किया है। इसी महापंचायत में राकेश टिकैत ने भीड़ से अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे भी लगवाए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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