Tuesday, September 17, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाबांग्लादेश में मार-काट रहे इस्लामी कट्टरपंथी, पर ABC के लिए भारतीय मीडिया की मंशा...

बांग्लादेश में मार-काट रहे इस्लामी कट्टरपंथी, पर ABC के लिए भारतीय मीडिया की मंशा ‘खतरनाक’: विदेशी मीडिया को हिंदुओं के खिलाफ हिंसा में दिखा ‘राजनीतिक एंगल

ABC को सवाल करना चाहिए कि मुस्लिम भीड़ मंदिरों पर हमला क्यों कर रही है और हिन्दू देवताओं की मूर्तियों को क्यों नष्ट कर रही है, क्या हिन्दू देवता भी अवामी लीग के समर्थक हैं?

बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता के हटने के बाद से लगातार देश में हिन्दू विरोधी हिंसा जारी है। 5 अगस्त, 2024 के बाद से कम से कम 205 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें हिन्दुओं पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने अत्याचार किया है। इन सब के बीच देसी-विदेशी मीडिया का वामपंथी प्रलाप जारी है। इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (ABC) हिन्दुओं पर हुए हमलों को हल्के में लिया है और हिन्दुओं की दुर्दशा का जिम्मेदार उन्हें ही बता दिया है। ABC का दावा है कि बांग्लादेश में हिन्दू विरोधी हिंसा ‘राजनीति से प्रेरित’ है।

हिन्दू विरोधी हिंसा में ABC को दिखा ‘राजनीतिक एंगल’

13 अगस्त को मेघना बाली और हन्ना जोन्स द्वारा लिखे गए ‘हिन्दुस इन बांग्लादेश फील बिट्रेड बाई अटैक्स आफ्टर गवर्नमेंट आउस्टर’ शीर्षक से प्रकाशित एक लेख में, ABC ने सबसे पहले इस बारे में बात की कि कैसे हिंदुओं, उनके घरों और मंदिरों पर हमला किया गया, उन्हें धमकाया गया, उन्हें छोड़ने के लिए मजबूर किया गया और कैसे हिन्दू खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। हालाँकि, इसमें आगे ABC अपने प्रोपेगेंडा पर उतर आया और हिन्दुओं के खिलाफ हो रही इस्लामी हिंसा पर लीपापोती करने लगा।

ABC बांग्लादेश हिन्दू

जहाँ ABC रिपोर्ट ने खुद हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा की बात स्वीकारी है वहीं वह यह नहीं बता पा रहा कि उन पर यह हमले उनकी धार्मिक पहचान को लेकर हो रहे हैं। 5 अगस्त से लगातार हमलों का शिकार हो रहे हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा का कारण ABC को उनकी धार्मिक पहचान नहीं बल्कि राजनीतिक दिखी है। ABC का मानना है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध इस्लामी कट्टरपंथी इसलिए हिंसा कर रहे हैं क्योंकि वह कथित तौर पर पूर्ववर्ती हसीना सरकार के समर्थक थे।

कायदे में ABC को सवाल करना चाहिए कि मुस्लिम भीड़ मंदिरों पर हमला क्यों कर रही है और हिन्दू देवताओं की मूर्तियों को क्यों नष्ट कर रही है, क्या हिन्दू देवता भी अवामी लीग के समर्थक हैं? ABC को यह बताना चाहिए कि यदि यह हिंसा धार्मिक आधार पर नहीं हो रही तो आखिर इस्लामी भीड़ एक हिन्दू व्यक्ति का निजी अंग क्यों देखती है और खतना ना होने की पुष्टि करती है। आखिर क्यों इस्लामी कट्टरपंथी इसके बाद ‘हिन्दू-हिन्दू’ कह कर चिल्लाएँगे यदि यह हिंसा धार्मिक आधार पर नहीं हो रही।

जहाँ यह बात ठीक है कि अवामी लीग के हिन्दू और मुस्लिम, दोनों ही धर्मों के नेताओं को निशाना बनाया गया है वहीं ऐसी एक भी घटना सामने नहीं आई है जिसमें इस्लामी कट्टरपंथियों ने राजनीतिक बदला लेने के लिए मस्जिदों को जलाया या तोड़फोड़ की हो। बांग्लादेश से कुछ सूफी दरगाहों पर हमले की खबरें जरूर सामने आई हैं, लेकिन यह हमले भी इसलिए हुए क्योंकि सूफी इस्लामी विचारधारा को मानने वालों का किसी भी थोड़ी सी उदार विचारधारा से समन्वय नहीं हो सकता।

हिन्दू विरोधी हिंसा की खबरें दिखाने पर भी ABC को ऐतराज

इस्लामी कट्टरपंथियों के भरपूर बचाव के बाद ABC बताता है कि बांग्लादेश में हो रही हिन्दू विरोधी हिंसा को भारतीय मीडिया ने रिपोर्ट किया इसलिए उलझन बढ़ गई। ABC के अनुसार, बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों की हिन्दू विरोधी हिंसा रिपोर्टिंग करने वाला भारतीय मीडिया चिंताओं को बढ़ा रहा था। ABC चाहता है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं को इस्लामी कट्टरपंथी मारते रहे और भारत का मीडिया भी विदेशी मीडिया की तरह चुप बैठा रहे।

ABC से पहले हाल ही में, ऑपइंडिया ने बताया था कि कैसे क़तर का सरकारी मीडिया आउटलेट अल जज़ीरा दावा कर रहा था कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों की रिपोर्टिंग करने वाले भारतीय मीडिया घराने ‘इस्लामोफोबिक’ और ‘अलार्मिस्ट’ हैं। ABC ने भी मुस्लिमों के हिन्दू मंदिरों को बचाने वाले भोंपू को एक बार फिर बजाया। लेकिन यह नहीं बता पाया कि यह हमले आखिर हो क्यों रहे थे। इस्कॉन मेहरपुर मंदिर के प्रवक्ता सहित हिन्दू नेताओं ने कहा कि 1980 के दशक से हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और उन पर अत्याचार किया जा रहा है।

इसके बावजूद, एबीसी, न्यूयॉर्क टाइम्स और अल जजीरा जैसे वामपंथी और इस्लामी कट्टरपंथियों से सहानुभूति रखने वाले मीडिया समूह दुनिया को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि भले ही हिन्दू मंदिरों पर हमला किया जा रहा हो, हिन्दू महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा हो, लेकिन हिंदुओं का नरसंहार धार्मिक नहीं बल्कि ‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’ है।

हिन्दू विरोधी मानसिकता से घिरा है ABC

हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब ABC ने हिन्दू विरोधी हिंसा को छिपाया हो। ऑपइंडिया ने पिछले साल बताया था कि कैसे ABC ने देश में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को छुपाया और ऐसा दिखाया कि हिंदुओं ने खालिस्तानी कट्टरपंथियों पर हमला किया। इस साल जून में ABC ने भारत विरोधी एक डाक्यूमेंट्री बनाई थी। इसमें उसने मोदी सरकार पर ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले खालिस्तानियों की हत्या की योजना बनाने का आरोप लगाया था। अवनी डायस द्वारा लिखा गया यह प्रचार लेख इंडोफोबिया और खालिस्तानी कट्टरपंथियों के प्रति प्रेम से भरा हुआ था।

(यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में श्रद्धा पाण्डेय ने लिखा है, इसे पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।)

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘हिंदुस्तान में रहना है तो, ख्वाजा-ख्वाजा कहना है’: गणेश पंडाल के आगे इस्लामी कट्टरपंथियों ने लगाए फिलीस्तीन जिंदाबाद के भी नारे, संदिग्ध को पुलिस...

UP के बलरामपुर में गणेश पंडाल के आगे मुस्लिम भीड़ ने फिलिस्तीन समर्थन के साथ लगाए हिंदुस्तान में रहना है तो ख्वाजा ख्वाजा कहना है जैसे नारे

शेख हसीना को हटाने की 2019 से ही चल रही थी साजिश, बांग्लादेश तख्तापलट में लगी थी कई अमेरिकी एजेंसियाँ: रिपोर्ट में दस्तावेजों के...

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने की योजना 2019 में ही बन गई थी। अमेरिका की अलग-अलग एजेंसियाँ इस काम में लगाई गईं थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -