Sunday, November 17, 2024
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कंपनी में छँटनी आत्महत्या का कारण नहीं: मृत कंप्यूटर ऑपरेटर के पिता ने किया BBC के प्रोपेगंडा का खंडन

अपने पत्र में विश्वजीत ने उन सारी ख़बरों का खंडन किया है, जिनमें आशीष की आत्महत्या की वजह 'कम्पनी द्वारा की जाने वाली छँटनी' को बताया गया है। उन्होंने अपने बेटे की मौत की वजह 'पारिवारिक जिम्मेदारियों का तनाव' और 'घरेलू समस्या' को बताया।

मीडिया किस तरह से घटनाओं को घूमा-फिरा कर पेश करता है, इसका नमूना आप पहले भी देख चुके हैं। लेकिन, किसी व्यक्ति की दुःखद मौत के बाद उसकी लाश पर अपना प्रोपेगंडा चलाना कहाँ तक उचित है? वह भी एक अंतरराष्ट्रीय और काफ़ी पुरानी मीडिया संस्थान द्वारा ऐसी हरकत तो और भी शर्म की बात है। बीबीसी ने एक इंजीनियर की आत्महत्या पर गन्दा खेल खेला है और बीबीसी हिंदी के डिजिटल एडिटर मिलिंद खांडेकर जैसे पत्रकारों ने इसे आगे बढ़ाया। खांडेकर का ट्वीट देखिए:

सबसे पहले ख़बर के बारे में जानते हैं, फिर बीबीसी के प्रोपेगंडा पर वापस आएँगे और उसके बाद आपके सामने सच्चाई रखेंगे। दरअसल, भाजपा के बारीडीह मंडल के आईटी सह-संयोजक कुमार विश्वजीत के बेटे ने शुक्रवार (अगस्त 16, 2019) को आत्महत्या कर ली। 26 वर्षीय कुमार आशीष ‘टाटा मोटर्स’ के लिए जॉबवर्क करने वाली कंपनी ‘आटोमैटिक एक्सेल’ में कार्यरत थे। बीबीसी के अनुसार, वे अपनी आत्महत्या से पहले काफ़ी सहज थे और दोस्तों एवं परिवार के साथ समय बीता रहे थे।

इसके बाद बीबीसी ने इसमें और भी एंगल घुसेड़ा। पुलिस के हवाले से दावा किया गया कि उनके मन में नौकरी को लेकर असुरक्षा की भावना थी। अर्थात, बीबीसी ने पुलिस के हवाले से जॉब इन्सिक्युरिटी को आशीष की ख़ुदकुशी की वजह बताया। आशीष के पिता विश्वजीत ‘टाटा स्टील’ में कार्यरत हैं। बीबीसी ने विश्वजीत के हवाले से बताया कि घर में नौकरी जाने के बाद की स्थिति को लेकर बातें होती थीं।

‘टाटा स्टील’ में ट्रेनिंग को लेकर टेस्ट लिया जा रहा है। बीबीसी ने इन सारी चीजों की खिचड़ी बना कर यह दिखाने की कोशिश की कि नौकरियाँ जा रही हैं और इसी कारण लोग आत्महत्या कर रहे हैं। जबकि, बीबीसी से भी बात करते हुए विश्वजीत से साफ़-साफ़ कहा कि उन्हें आशीष की आत्महत्या का कारण नहीं पता। इसी ख़बर में पुलिस ने भी कहा कि आत्महत्या की मूल वजह का पता लगाया जा रहा है। मिलिंद खांडेकर और बीबीसी ने इसे ‘ऑटो कंपनियों में हो रही छँटनी’ से जोड़ कर अपना उल्लू सीधा किया।

अब आते हैं सच्चाई पर। आशीष के पिता विश्वजीत ने एक पत्र लिख कर उनके बेटे की आत्महत्या को लेकर मीडिया में चल रही भ्रामक ख़बरों को निराधार बताया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में उन्होंने साफ़ किया है कि आशीष की आत्महत्या का कारण ‘कम्पनी द्वारा कर्मचारियों की छँटनी’ नहीं है। नीचे हम वह पत्र संलग्न कर रहे हैं, जो आशीष के पिता विश्वजीत ने पूर्वी सिंहभूम के वरिष्ठ एसपी को भेजा:

आशीष के पिता विश्वजीत का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखा गया पत्र

इस पत्र में विश्वजीत ने उन सारी ख़बरों का खंडन किया है, जिनमें आशीष की आत्महत्या की वजह ‘कम्पनी द्वारा की जाने वाली छँटनी’ को बताया गया है। उन्होंने अपने बेटे की मौत की वजह ‘पारिवारिक जिम्मेदारियों का तनाव’ और ‘घरेलू समस्या’ को बताया। ऐसे में, सोचिए उस पिता पर क्या गुजर रही होगी जिसके जवान बेटे के मृत्यु शोक को मीडिया के एक प्रोपेगंडा परस्त हिस्से द्वारा राजनीतिक जामा पहना कर बेचा जा रहा हो।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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