कॉन्ग्रेस पार्टी ने रविवार (15 दिसंबर 2024) को इंडिया टुडे के न्यूज़ डायरेक्टर राहुल कंवल को ब्लैकलिस्ट कर दिया। यह कदम तब उठाया गया जब इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में गृह मंत्री अमित शाह के साथ बातचीत के दौरान राहुल गाँधी पर की गई टिप्पणी को कॉन्ग्रेस ने “अपमानजनक” बताया। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर कॉन्ग्रेस और मीडिया के बीच खटास को उजागर किया।
सोशल मीडिया पर किया बैन का ऐलान
कॉन्ग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “कॉन्ग्रेस पार्टी हमेशा प्रेस की आज़ादी और निष्पक्ष पत्रकारिता का समर्थन करती है। लेकिन ऐसे लोग जो प्रेस कार्ड लेकर किसी राजनीतिक पार्टी के ट्रोल की तरह काम करते हैं, उनके साथ संवाद करना ज़रूरी नहीं। राहुल कंवल को ब्लैकलिस्ट करने का फैसला लिया गया है। कॉन्क्लेव में उन्होंने खुद को ‘चाणक्य’ समझने वाले नेता की वाहवाही की, जिन्होंने विपक्ष के नेता के खिलाफ बेबुनियाद बातें कहीं। राहुल कंवल को माफ करने का मौका दिया गया था, लेकिन वे बार-बार वही गलती दोहरा रहे हैं। वो पत्रकारिता के नाम पर क्या कर रहे हैं, वो हमारी समझ से परे है।”
The Congress Party has always stood for freedom of the press and respects fair journalism – not when those carrying a press card are actually acting like trolls on behalf of a political party.
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) December 15, 2024
We do not think it is necessary to engage with such trolls. It has therefore been…
पवन खेड़ा ने एक अन्य पोस्ट में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा—गृह मंत्री का राहुल गाँधी के खिलाफ गटर स्तरीय बातें करना या कंवल का सस्ती लोकप्रियता के लिए उनका साथ देना? क्या कंवल में हिम्मत है कि वे शाह से मोदी की पत्नी या स्नूपगेट पर सवाल पूछ सकें? क्या यही है इंडिया टुडे कॉन्क्लेव, श्रीमान अरुण पुरी?”
What was more shameless? The Home Minister of the country indulging in cheap, gutter level gossip about LOP, Mr @RahulGandhi or @rahulkanwal deriving cheap thrills egging Amit Shah and audience?
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) December 15, 2024
▪️Would @rahulkanwal have the guts to ask Shah about the abandoned wife of Modi?…
यह पहली बार नहीं है जब कॉन्ग्रेस ने राहुल कंवल पर निशाना साधा हो। खेड़ा ने सितंबर में बताया था कि एक विवादास्पद डिबेट के बाद कंवल ने कॉन्ग्रेस नेताओं से माफी माँगी थी। हालाँकि, इस बार पार्टी का रुख सख्त है।
Mr @rahulkanwal met the Hon’ble Congress President, the General Secy Media, Communications and Publicity and the Chairman, Media, Communications and Publicity to clarify his position on the matter pertaining to the debate on Late Smt Indira Gandhi and Late Shri Rajiv Gandhi and…
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) September 4, 2024
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में क्या हुआ?
गृह मंत्री अमित शाह के साथ इंटरव्यू में राहुल कंवल ने लोकसभा चुनाव, हालिया विधानसभा चुनाव, और सीमा सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल किए। अमित शाह ने राहुल गाँधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “राहुल गाँधी हार में भी अहंकारी बन जाते हैं। वह हमेशा विदेशी स्रोतों पर भरोसा करते हैं। भारत में न्यायपालिका, सतर्कता संस्थाएँ और लोकतांत्रिक तंत्र मौजूद हैं, लेकिन वह अपनी आलोचनाओं के लिए विदेशी रिपोर्ट्स का सहारा लेते हैं।”
गृह मंत्री अमित शाह ने कॉन्ग्रेस की ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर स्थिति का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “जब कॉन्ग्रेस जीतती है, ईवीएम सही होती है। लेकिन हारते ही ईवीएम खराब हो जाती है। ये उनकी हार स्वीकार न करने की प्रवृत्ति को दिखाता है।”
कंवल ने बातचीत में जोड़ा कि राहुल गाँधी लगातार इंडिया टुडे के मंचों से दूर रहते हैं। उन्होंने कहा, “हमने राहुल गाँधी को 20 सालों से आमंत्रित किया है। लेकिन वह कभी नहीं आते। ऐसा लगता है मानो वह सवालों से एलर्जी रखते हैं।” उन्होंने कहा, “राहुल भाई आप भी आइए, सवालों के जवाब दीजिए।”
Roasting Rahul Kanwal & Rahul Gandhi at the same time 🤣
— Trupti Garg (@garg_trupti) December 14, 2024
Mota Bhai at its best 🔥 pic.twitter.com/EFUUeiWZqJ
पत्रकारों से कॉन्ग्रेस के टकराव का इतिहास पुराना
कॉन्ग्रेस का पत्रकारों से टकराव नया नहीं है। सितंबर 2023 में I.N.D.I. गठबंधन ने 14 टीवी एंकरों की सूची जारी कर उनके शो का बहिष्कार किया था। कॉन्ग्रेस ने इन एंकरों पर पक्षपातपूर्ण खबरें फैलाने का आरोप लगाया था। यही नहीं, नवंबर में राहुल गाँधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में न्यूज़18 के पत्रकार को ‘बीजेपी एजेंट’ कहा, जब उन्होंने कॉन्ग्रेस पर बीजेपी के आरोपों से जुड़े सवाल पूछे। पत्रकार को कॉन्ग्रेस समर्थकों से विरोध झेलना पड़ा।
(मूल रूप से ये रिपोर्ट अंग्रेजी में प्रकाशित है। मूल रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।)