प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अभद्र टीका-टिप्पणी अब आम बात हो चली है, क्योंकि आए दिन उन पर निजी हमले होते ही रहते हैं। विपक्ष तो उन्हें कुछ भी कह देने से नहीं चूकता चाहे उसके लिए कोर्ट में माफ़ीनामा तक दाखिल क्यों न करना पड़ जाए। लेकिन अचंभा तब होता है जब पत्रकारिता के नाम पर मुख्यधारा की मीडिया अपने पाठकों को ऐसी विषय-सामग्री परोस दे, जिसमें देश के प्रधानमंत्री को छवि बिगाड़ कर प्रस्तुत की गई हो जिससे विपक्षी दलों की मंशा पूरी होती हो।
ऐसा ही ओछी हरक़त मुंबई मिरर ने अपने एक ‘कार्टून’ के ज़रिए की, जिसे बाद में हटा दिया गया और साथ ही अपने इस अपमानजनित कृत्य के लिए माफ़ी भी माँगी। इस कार्टून में पीएम मोदी को ‘गोधरा का कसाई’ इंगित कर छापा गया था।
Wow @MumbaiMirror calling democratically elected Prime Minister a butcher. Dear @writemeenal If it’s going to go like this then people won’t even wipe shit from your newspaper in few years. pic.twitter.com/3awTfJVXQ4
— Chowkidaar Smoking Skills (@SmokingSkills_) May 3, 2019
आशीष अस्थाना द्वारा बनाया गया अपमानजनक कार्टून ‘पत्रकार’ पटेल के कॉलम ‘पोल डांस’ के तहत प्रकाशित किया गया था। कार्टून में पीएम मोदी को एक संभावित ‘सम्राट’ अकिनमो (AkiNaMo) के रूप में प्रोजेक्ट किया गया था, जो अगले 50 वर्षों के लिए शासन करने का इरादा रखते हैं, उन्हें गोधरा से पेशे से कसाई के रूप में चित्रित किया गया।
इस कार्टून में राहुल गाँधी को दिल्ली के एक प्रशिक्षु यानी ट्रेनी के रूप में चित्रित किया गया, जो पहले अपने ‘क्रिसैन्थमम’ से पूछना चाहता था। ‘AkiNaMo और क्रिसैन्थमम’ की शर्तों के पीछे का विचार जापान के नए सम्राट नारूहितो के हाल के राज्याभिषेक से है, जहाँ पूर्व सम्राट अकिहितो ने अपने बेटे और वारिस के लिए अपना सिंहासन छोड़ दिया था। जापान की शाही सीट को गुलदाउदी (क्रिसैन्थमम) सिंहासन के रूप में जाना जाता है।
सोशल मीडिया पर भारत के पीएम के अपमानजनक कार्टून ने मुंबई मिरर के पाठकों को बहुत आहत किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपना ग़ुस्सा ट्वीट्स के ज़रिए दिखाया। एक यूज़र ने लिखा कि नरेंद्र मोदी को गोधरा का कसाई लिखना समाचार पत्र द्वारा मॉडल कोड का उल्लंघन है। किसी भी सभ्य समाज में इस तरह की वाहियात हरक़त को अनुमति कैसे दी जा सकती है? यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है।
Mumbai Mirror 2nd May: “Narendra Modi, Butcher, Godhra” – Major violation of Model Code by the Newspaper. How can this nonsense be permitted in any civil society? This is not freedom of expression, but criminal and twisted attempt to defame the Hon. PM. Completely unacceptable. pic.twitter.com/WB02a368Pu
— Chowkidar Vishal (@VishalVSharma01) May 2, 2019
@vineetjaintimes Do you have any evidence to prove that Modi was involed in the Godhra Riots? Thanks .
— चौकीदार Jiggs ?? (@Sootradhar) May 3, 2019
Mumbai Mirror , May 03, 2019 pic.twitter.com/Rn3hikLooT
ख़बर के अनुसार, मुंबई मिरर ने अपने ई-पेपर से कार्टून को हटा लिया है और माफ़ी भी माँगी है। संपादक की ओर से ई-पेपर संस्करण में एक माफ़ीनामा भी शेयर किया गया है। इसमें लिखा किया गया कि पोल डांस के कॉलम में, जिसका उद्देश्य चुनावों पर व्यंग्य करना है, उसमें एक कार्टून था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपमानजनक अंदाज़ में दिखाया गया, उसके लिए हम क्षमाप्रार्थी हैं। साथ ही इस माफ़ीनामे में इस बात की भी जानकारी दी गई कि ऑनलाइन संस्करणों और ई-पेपर दोनों से इस कार्टून को हटा लिया गया है।
मीनल बघेल मुंबई मिरर की वर्तमान संपादक हैं।
हालाँकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब जब मुंबई मिरर ने एक नेता के ख़िलाफ़ अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी प्रकाशित की हो। पिछले साल, उन्होंने एक ‘फ़ैशन ब्लॉगर’ द्वारा एक कॉलम प्रकाशित किया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ख़िलाफ़ बेहद ग़लत और अपमानजनक टिप्पणी लिखी थी। इस लेख के माध्यम से स्मृति ईरानी के वज़न पर भी टिप्पणी की गई थी।