हाल ही में विवादित चिकित्सक कफील खान को मथुरा कारागार से रिहा किया गया। कुछ लोगों को रिहाई की इस ख़बर से कुछ ज़्यादा ही तसल्ली और सुकून मिला। ऐसा ही एक नाम है कॉन्ग्रेस के मुखपत्र की संपादक मृणाल पांडे का।
मृणाल पांडे इस बात पर इतनी ख़ुश हुईं कि कफील खान की श्रीकृष्ण से तुलना कर दी। मृणाल पांडे की तरफ से ऐसी प्रतिक्रिया हैरान करने वाली नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति उनकी नफ़रत किसी से छुपी नहीं है।
मृणाल पांडे ने कफील खान की मथुरा जेल से रिहाई को श्रीकृष्ण जैसा बता दिया। मृणाल पांडे इतने पर ही नहीं रुकी। इसके बाद उन्होंने यह भी कह डाला कि जैसे श्रीकृष्ण ने कंस का अंत किया था, ठीक वैसे ही कफील भी बच्चों के हत्यारे से मुक्ति दिलाएँगे। कफील खान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत के मामले में आरोपित रहे हैं।
मथुरा जेल से जो भी छूटा, आगे जाकर उसने बच्चों के हत्यारे कंस से भी मुक्ति दिलाई । #childhoodmemories https://t.co/7rUujHbmIh
— Mrinal Pande (@MrinalPande1) September 2, 2020
इसके अलावा कफील खान पर इस मामले में फेक न्यूज़ (फ़र्ज़ी ख़बरें) फैलाने को लेकर भी जाँच जारी है। निलंबित किए जाने के बाद भी अस्पताल में दाख़िल होने और मरीजों का इलाज करने के मामले में भी उन पर जाँच चल रही है। पिछले साल दिसंबर महीने में कफील खान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नागरिकता संशोधन अधिनियम पर भड़काऊ भाषण दिया था।
जिसकी वजह से जनवरी 2020 में कफील खान को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने कफील खान पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाया था। हालाँकि बीते दिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस मामले में कफील खान की रिहाई के आदेश दिए थे। कॉन्ग्रेस की सचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने न्यायालय के इस आदेश की सराहना की थी।
कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी इस बात पर फूली नहीं समाई थी। प्रियंका ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा, “आज इलाहाबाद हाई कोर्ट ने डॉ कफील खान के ऊपर से रासुका हटाकर उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया। आशा है कि यूपी सरकार डॉ कफील खान को बिना किसी विद्वेष के अविलंब रिहा करेगी। डॉ कफील खान की रिहाई के प्रयासों में लगे तमाम न्याय पसंद लोगों व यूपी कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं को मुबारकबाद।”
नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में जेल में बंद डॉ कफील खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 1, 2020 को बड़ी राहत प्रदान की थी। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने खान के ऊपर से NSA हटाया। साथ ही सरकार को उन्हें अविलंब रिहा करने के आदेश दिए।