NDTV की होल्डिंग कंपनी पर अडानी समूह के नियंत्रण के बाद रवीश कुमार ने चैनल से इस्तीफा दे दिया है। रवीश कुमार NDTV के हिंदी चैनल के माध्यम से लगातार मोदी विरोधी प्रोपेगंडा फैलाने में व्यस्त थे। उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से लागू हो गया था। उन्हें चैनल में ‘सीनियर एग्जीक्यूटिव’ का पद दिया गया था। उन्होंने ‘हम लोग’, ‘रवीश की रिपोर्ट’, ‘देस की बात’ और ‘प्राइम टाइम’ समेत कई कार्यक्रमों में NDTV के लिए एंकरिंग की।
चैनल ने अपने कर्मचारियों को भेजी गई आंतरिक मेल में कहा, “काफी कम पत्रकारों ने जनता पर उतना असर डाला, जितना रवीश कुमार ने। वो जहाँ भी जाते हैं वहाँ जुटने वाली भीड़ उनके बारे में लोगों की सोच को प्रदर्शित करती है। भारत से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक उन्होंने कई प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स अपने नाम किए हैं। दशकों तक वो NDTV का एक अभिन्न अंग रहे हैं। उनका योगदान शानदार रहा है। नई शुरुआत में वो सफल होंगे।”
#BREAKING : पत्रकार रवीश कुमार ने NDTV से दिया इस्तीफा
— Bolta Hindustan (@BoltaHindustan) November 30, 2022
अड़ानी के कब्जे के बाद NDTV से दूसरा इस्तीफा pic.twitter.com/7t8NJQkDVa
बता दें कि NDTV के मालिक और संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने भी मंगलवार (29 नवंबर 2022) को आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPRH) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। बीएसई के साथ किए गए एक नियामक फाइलिंग में इसकी जानकारी दी गई। प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफा देने के तुरंत बाद कंपनी के बोर्ड में तीन नए निदेशक नियुक्त किए गए हैं। इनमें अडानी समूह के सीईओ सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण शामिल हैं।
बीएसई की वेबसाइट के मुताबिक, प्रणय रॉय एनडीटीवी के चेयरपर्सन हैं और राधिका रॉय एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर। उनके पास न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड के एक चौथाई से अधिक शेयर हैं। उन्होंने अपना यह फैसला आरआरपीआर होल्डिंग की 99.5% इक्विटी को अडानी समूह के स्वामित्व वाली विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) को हस्तांतरित करने के बाद लिया है। इस साल अगस्त में, अडानी ग्रुप ने NDTV में अप्रत्यक्ष रूप से 29.18% शेयर्स खरीदे थे। ये सौदा ‘विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL)’ और ‘RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड’ के जरिए हुआ था।