प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘ऑल्टन्यूज़’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने ‘दी लल्लनटॉप’ वेबसाइट के इंटरव्यू का एक हिस्सा शेयर किया। इस वीडियो में एक व्यक्ति मोदी सरकार की खामियों को गिनाता नजर आता है। वीडियो में यह समझाते हुए देखा जा सकता है कि आखिर मोदी चुनाव कैसे जीत जाते हैं और राहुल गाँधी चुनाव क्यों हार जाते हैं। हिटलर के लिंग का ‘फैक्ट चेक’ कर चर्चा में आई प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘दी लल्लनटॉप’ ने दावा किया कि यह शख्स मोदी समर्थक है।
“Mai ye cheez fact bata raha hun Hindu ho karke… Muslim ko agar pareshani kisi mudde pe ho rahi hai na, aur Modi ji kar rahe hai, Toh wo accha hai”
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) November 3, 2020
Via – @TheLallantop pic.twitter.com/buxnVa6a4P
हालाँकि, सोशल मीडिया यूजर्स ने ‘दी लल्लनटॉप’ की इस ‘चालाकी’ का पर्दाफाश कर दिया। सोशल मीडिया यूजर अंकुर सिंह ने उस शख्स के फेसबुक प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए बताया कि उसका नाम बीजे बिकास (बिदेश्वर नाथ झा) है और वह कोई आम मोदी समर्थक नहीं बल्कि एक पत्रकार है। वीडियो में नजर आ रहे शख्स बीजे बिकास के सोशल मीडिया प्रोफाइल में आप देख सकते हैं कि उसने खुद को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का भावी विधायक उम्मीदवार बताया है।
He’s a Journalist – BJ Bikash.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) November 3, 2020
Wonder why @TheLallantop @saurabhtop instead of calling him a Journalist speaking against Modi, presented him as a Modi supporter.
Check his ❤️ for communist party. https://t.co/kxL2DJbxmg pic.twitter.com/6XU0r5W7GG
अंकुर सिंह ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए लिखा कि ‘दी लल्लनटॉप’ और इसके एडिटर सौरभ द्विवेदी ने उसे मोदी के खिलाफ बोलने वाले पत्रकार बताने की बजाय उसे मोदी समर्थक के रूप में पेश किया। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने भी उसके प्रोफाइल की फोटो शेयर करते हुए प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘दी लल्लनटॉप’ की पोल खोल दी।
You exposed your own propaganda ❤️de ke fact checker 🤣😂🤣😂 pic.twitter.com/K2kW2F7TNh
— desi mojito (@desimojito) November 3, 2020
अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इनके मजे लिए हैं। एक यूजर ने लिखा, “कॉन्ग्रेस और लालू मिल के लोगों को बड़ा खुशहाल रखते थे ना ?? सिलेंडर, राशन,खाद, बैंक और तो छोड़ो एक समय था जब पीसीओ में लाइन लगती थी! ब्लैक अलग से? और लालू जैसे जिसने जानवरों का हक नहीं छोड़ा वो आम आदमी को छोड़ेगा?”
कोंग्रेस और लालू मिल के लोगों को बड़ा खुशहाल रखते थे ना ??
— धीरेन्द्र सिंह चौहान (@dhirend78302439) November 4, 2020
साला सिलेंडर,राशन,खाद,बैंक और तो छोड़ो एक समय था जब पीसीओ में लाइन लगती थी !
ब्लैक अलग से ?
और लालू जैसे जिस MC ने जानवरों का हक नहीं छोड़ा वो आम आदमी को छोड़ेगा ???
😂😂😂😂
इस्लामी प्रचार वेबसाइट ‘ऑल्टन्यूज़’ के सहसंस्थापक मोहम्मद जुबैर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “अबे तू जा कर पंक्चर की ही दुकान लगा। कम से कम वो तो सही से कर लेगा।”
Abe tu Jake puncher ka hi dukaan laga. Kam se kam wo to sahi karlega.
— Abhimanyu Singh (@0002abhi) November 4, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा, “गजब का ड्रामा तैयार किया है लल्लनटॉप ने और उसको सोशल मीडिया में फैलाने का कार्य मोहम्मद जुबैर ने बखूबी निभाया है। जनता बहुत समझदार है कृपया इस तरह का ड्रामा दिखाकर अपनी औकात बयाँ न करें।”
गजब का ड्रामा तैयार किया है @TheLallantop ने और उसको सोशल मीडिया में फैलाने का कार्य @zoo_bear ने बखूबी निभाया है ……
— ठाकुर सुधाकर सिंह (@Dear_Sudhakar) November 3, 2020
जनता बहुत समझदार है कृपया इस तरह का ड्रामा दिखाकर अपनी औकात वया न करे 😊😊@Dear_Sudhakar@Newsexpress_up @SureshChavhanke @SudarshanNewsTV
बता दें कि मोहम्मद जुबैर द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में शख्स मोदी सरकार की बुराई करते हुए कहता है, “मैं ये चीज फैक्ट बता रहा हूँ कि हिंदू होकर के कि मुस्लिम को अगर परेशानी किसी मुद्दे पर हो रही है और मोदी जी कर रहे हैं, तो वो अच्छा है।”
वहीं एक अन्य वीडियो में यही पत्रकार बीजे बिकास कहता है, “उसके घर में 200 रुपए नहीं आ रहा है कि परिवार ठीक से चलेगा लेकिन मोदी को वोट देंगे, क्योंकि टीवी पर बुलेटिन चलता है कि पाक और चीन में मोदी ने किया वार। उससे जनता खुश है। लोगों को ये नहीं पता कि चीन और पाक का बॉर्डर कहाँ से शुरू होता है। कौन पीएम है, कौन सीएम है, उनको कुछ नहीं पता है।”
गौरतलब है कि हाल ही में मोहम्मद जुबैर ने भ्रामक वीडियो पोस्ट कर लोगों में हिन्दू-घृणा को स्थापित कर हिन्दुओं को भी ‘कट्टरपंथी’ साबित करने का बचकाना प्रयास किया था। मोहम्मद जुबैर ने तनिष्क इंदौर के एक शोरूम का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था।
वीडियो शेयर करते हुए जुबैर ने लोगों को गुमराह करने की कोशिश की। जुबैर ने सोशल मीडिया यूजर्स को यह बताने की कोशिश की थी कि किस तरह हिंदू एक विज्ञापन की वजह से तनिष्क शोरूम में काम कर रहे लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं और शोरूम में घुसकर नारेबाजी कर रहे हैं। जबकि मामला इसके बिलकुल विपरीत था।