Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टमीडियालेफ्टिस्ट प्रोपेगेंडा वेबसाइट The Quint ने अपने 45 एम्प्लॉई को अनिश्चितकाल के लिए बिना...

लेफ्टिस्ट प्रोपेगेंडा वेबसाइट The Quint ने अपने 45 एम्प्लॉई को अनिश्चितकाल के लिए बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा

“अगले कुछ हफ्तों में भारत इस कोरोना COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत बुरा प्रदर्शन करने वाला है या चमत्कारिक ढंग से बच निकलेगा, अभी कोई नहीं कह सकता। दूसरी बात कोरोना महामारी के चलते जिस तरह से शट डाउन है लॉकडाउन है इसने एक आर्थिक तूफान के केंद्र में हमें ला दिया है। यह एक अप्रत्याशित दोहरी मार के समान है।"

चरमपंथी लेफ्टिस्ट प्रोपोगंडा वेबसाइट The Quint ने अपने 45 एम्प्लॉई को वुहान कोरोना वायरस के चलते अनिश्चित काल तक के लिए अवैतनिक अवकाश पर भेज दिया है। प्रोपोगंडा वेबसाइट ने जिन जिन को अवैतनिक अवकाश पर भेजा है उनमें रिपोर्टर्स हैं, कॉपी एडिटर्स हैं, एक ब्यूरो चीफ है, प्रॉडक्शन स्टॉफ है और पूरी टेक्नोलॉजी टीम है।

टीम को इस बात की सूचना ईमेल के जरिए सोमवार को दी गई, जो OpIndia के पास है। इन एम्प्लॉई को 15th अप्रैल से ‘फरलो’ पर अनिश्चित काल तक के लिए भेज दिया गया है।

ईमेल कहती है, “अगले कुछ हफ्तों में भारत इस कोरोना COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत बुरा प्रदर्शन करने वाला है या चमत्कारिक ढंग से बच निकलेगा, अभी कोई नहीं कह सकता। दूसरी बात कोरोना महामारी के चलते जिस तरह से शट डाउन है लॉकडाउन है इसने एक आर्थिक तूफान के केंद्र में हमें ला दिया है। यह एक अप्रत्याशित दोहरी मार के समान है।”

“हमने कभी ऐसा विश्व नहीं देखा जहाँ उपभोक्ता व्यय 50% कम हो गई हो, जहाँ सालों में बने एसेट्स की वैल्यू कुछ दिनों में मिट्टी में मिल जाती हो। हमें बिलकुल नहीं पता यह सब कहाँ खत्म होगा।

ईमेल आगे जोड़ती है, “इन स्थितियों में यह साफ़ है कि अगले 3-4 महीनों के दौरान हमारे राजस्व स्रोत बेहद दबाव में होंगे। इस समय किसी के लिए भी प्राथमिक उद्देश्य होने चाहिए- a. सभी स्वस्थ रहें। b. आपके इस तरुण संगठन को इस दौरान बचाये रखना जिससे, भविष्य में लड़ाई लड़ी जा सके।”

“यह सिर्फ तभी हो सकता है जब हम इमरजेंसी एक्शन लें और ऐसे कदम उठाएँ जो सिर्फ ‘rarest of rare’ परिस्थितियों में उठाए जाते हैं, ऐसे कदम जो शायद हमें संकुचित करने वाले हों, पर इस कठिन समय में वो हमारे सर्वाइवल के लिए मददगार हो सकतें हैं।”

The Quint ने दावा किया कि वह अपने एम्प्लॉई को अनिश्चितकाल के लिए अवैतनिक अवकाश पर भेज कर खुश नहीं है, और वह अपने इन एम्प्लॉई की हमेशा शुक्रगुजार रहेगी। The Quint के अलावा दूसरे मीडिया संगठनों से भी कोरोना वायरस के चलते फरलो और नौकरी से निकाले जाने की खबरें आ रहीं हैं।

बहुत सारे लोगों ने इस महामारी के चलते अपनी नौकरियाँ गँवाईं हैं और आशंका है कि जैसे-जैसे ये संकट बढ़ेगा और लोग भी नौकरियाँ खो सकते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -