‘द वायर’ की पत्रकार आरफा खनम शेरवानी को एक बार फिर से फर्जी खबर शेयर करते हुए पाया गया। अमरोहा पुलिस ने आरफा खानम शेरवानी द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का खुलासा किया और साथ ही उन्होंने पत्रकार के खिलाफ आगे की आवश्यक कार्यवाही के लिए साईबर सेल को अवगत कराया, ताकि वो इस पर उपयुक्त कार्रवाई कर सकें।
बता दें कि आरफा ने एक ट्वीट के हवाले से कहा था कि एक दलित लड़के को इसलिए मार दिया गया, क्योंकि उसने मंदिर में प्रार्थना की थी। साथ ही उन्होंने यह भी लिखा था कि दुनिया में कोई भी समुदाय ऐसा नहीं है, जिसे दलित की तुलना में अधिक सताया और उत्पीड़ित किया जाता हो। यह अत्याचार कब खत्म होगा? उन्होंने यह ट्वीट #DalitLivesMatter हैशटैग के साथ किया था।
Dalit boy killed for praying in a temple.
— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) June 10, 2020
There’s no community in the world that’s more persecuted and oppressed than the Dalit community in India. When will this tyranny end ? #DalitLivesMatter https://t.co/GSOEvXtGmm
हालाँकि, आरफा के ट्वीट के एक घंटे के भीतर, अमरोहा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने जवाब दिया। उन्होंने अफवाहों को बढ़ावा देना अपराध का मकसद बताया। अमरोहा पुलिस स्पष्टीकरण जारी करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि यह विवाद 5000 रुपए को लेकर दोनों पक्षों के बीच जमीनी विवाद की लड़ाई थी।
ग्राम डोमखेडा थाना हसनपुर, अमरोहा मे घटना के सम्बन्ध मे पुलिस द्वारा शीघ्र कार्यवाही कर 03 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। दोनो पक्षो के मध्य बाग की बटाई के 5000 रुपये को लेकर विवाद होना विवेचना में पाया गया । पीडित पक्ष की आर्थिक व अन्य साहयता हेतु कार्यवाही की जा रही है।
— Amroha Police (@amrohapolice) June 10, 2020
अमरोहा पुलिस, थाना हसनपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम डोमखेड़ा में नाबालिग युवक की हत्या करने के सम्बन्ध में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) विपिन ताडा ने कहा कि इस घटना में युवक की जाति और मंदिर में प्रवेश का कोई प्रसंग था ही नहीं। मामले में कार्रवाई करते हुए 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़ित पक्ष की आर्थिक व अन्य सहायता हेतु कार्यवाही की जा रही है।
सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस विपिन ताडा ने बताया, “मृतक के भाई और अभियुक्त पक्ष के बीच आम के बगीचे के ठेकों का और मधुमक्खी पालन की साझेदारी थी, जिसमें कि इनके 5 हज़ार रुपए मृतक के भाई पर शेष थे। इसी बात के तकादे को लेकर मृतक और अभियुक्त पक्ष का झगड़ा हुआ, जिसके बाद अभियुक्त गाँव छोड़कर भाग गया। फिर बदला लेने के उद्देश्य से अचानक गाँव में आया और इस युवक को गोली मारकर फरार हो गया। 3 की गिरफ्तारी हो गई है, इनसे पूछताछ करके बाकियों की गिरफ्तारी भी होगी।”
हालाँकि, पुलिस द्वारा स्पष्टीकरण जारी करने से पहले काफी लोगों ने इस फर्जी खबर को काफी लोगों ने शेयर किया था, जिसमें मेनस्ट्रीम मीडिया के हिंदुस्तान टाइम्स, टेलीग्राफ, इंडिया टुडे आदि शामिल थे।