Sunday, November 17, 2024
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आतंकियों का पनाहगार बना AMU? 7 आतंकियों की गिरफ़्तारी के बाद अब अब्दुल और फैज़ान को ढूँढ रही ATS: एक अरबी का जानकार, दूसरा कर रहा मास्टर्स

ऑपइंडिया को विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ATS को एक अन्य संदिग्ध हारिश फारुखी की भी तलाश है। फारूखी पर NIA (राष्ट्रीय जाँच एजेंसी) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की भी नजर है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के ‘आतंकवाद निरोधक दस्ते’ (ATS) ने नवंबर माह में अलीगढ़ ISIS मॉड्यूल के 7 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अब्दुल्ला अर्शलान, माज़ बिन तारिक, नावेद, वजीउद्दीन, राकिब इमाम, नोमान और मोहम्मद नाज़िम हैं। इस बीच ATS ने इस आतंकी नेटवर्क के फरार चल रहे 2 शीर्ष आतंकियों की तलाश तेज कर दी है। इनके नाम अब्दुल समद मलिक और फैज़ान बख्तियार हैं। इन सभी का कनेक्शन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पाया गया है। ऐसे में अब ये सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या AMU आतंकियों का सुरक्षित पनाहगार बन चुका है।

ऑपइंडिया को विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ATS को एक अन्य संदिग्ध हारिश फारुखी की भी तलाश है। फारूखी पर NIA (राष्ट्रीय जाँच एजेंसी) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की भी नजर है। हारिश फारुखी भी पूर्व में AMU का छात्र रह चुका है। वह SAMU ग्रुप को स्थापित करने में प्रमुख भूमिका में रहा है। दिल्ली पुलिस द्वारा शाहनवाज़ की पुणे ISIS नेटवर्क से जुड़े शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद से ही हारिश फारुखी फरार चल रहा है।

अलीगढ़ ISIS मॉड्यूल से जुड़ा अब्दुल समद मलिक की फिलहाल उत्तर प्रदेश ATS की टॉप लिस्ट में है। वह ATS के अलीगढ़ प्रभारी द्वारा दर्ज FIR में नामजद आरोपित है। सूत्रों के अनुसार, मूल रूप से संभल जिले के निवासी अब्दुल को अरबी भाषा की बहुत बारीक जानकारी है। वह इस समूह में सबसे ज्यादा चरमपंथी सोच वाला है जो युवाओं को मानव बम तक बनने तक के लिए उकसाता है। अब्दुल ने 2019 से 2022 तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। फिलहाल 2022 से वह मास्टर इन सोशल वर्किंग (MSW) की पढ़ाई कर रहा है। अब्दुल्ला अर्शलान की गिरफ्तारी के बाद से ही अब्दुल समद मलिक फरार चल रहा है जिसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।

वहीं AMU से जुड़ा एक अन्य छात्र फैज़ान बख्तियार भी अलीगढ़ ISIS मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है। फैज़ान बख्तियार मूलतः उत्तर प्रदेश के ही प्रयागराज का रहने वाला है। वह युवाओं को चरमपंथी बनाने के लिए सोशल मीडिया के प्रयोग में माहिर बताया जा रहा है। फिलहाल उसने अपने इंस्टाग्रम एकाउंट को लॉक कर दिया है। ऑपइंडिया को अपने सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार, फैज़ान पर दूसरे जिलों से अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त का भी आरोप है। वह भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से M.SW (मास्टर इन सोशल वर्किंग) का कोर्स कर रहा है।

ATS द्वारा अलीगढ़ ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़ किए जाने के बाद से फैज़ान बख्तियार और अब्दुल समद मलिक दोनों के ही फोन बंद हो गए हैं। ये दोनों स्टूडेंट ऑफ़ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (SAMU) से जुड़े हुए थे और उसके कार्यकर्मों में देखे जाते रहे हैं। अब्दुल समद मलिक भड़काऊ तकरीरें भी देता है। इन सभी पर देश के अंदर ISIS का नेटवर्क खड़ा करने की साजिश रचने का आरोप है। इनकी तकरीरों में हिन्दू धर्म के खिलाफ आपत्तिनक बातें की जाती थीं। साथ ही भारत में शरिया कानून लागू करने का एलान भी किया जाता था। दीपावली से पहले इस नेटवर्क से जुड़े आतंकियों की गिरफ्तारी ATS की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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