संसद घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित झा के घर पर पोस्टर लगाए जाने की खबर सामने आई है। कथित तौर पर दो ‘अनजान व्यक्ति’ बिहार के दरभंगा जिले बहेड़ा थाना क्षेत्र के रामपुर उदय गाँव स्थित ललित के घर पहुँचे। वहाँ पोस्टर लगाते हुए उसके परिजनों को मदद की पेशकश की।
नए संसद भवन में 13 दिसंबर 2023 को घुसपैठ की घटना हुई थी। इस मामले में गिरफ्तार 6 लोगों को दिल्ली पुलिस ने आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की है। इसके अलावा कर्नाटक और उत्तर प्रदेश से एक-एक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
ललित झा के घर पर जो पोस्टर लगे हैं उनमें संसद घुसपैठ के आरोपितों को ‘क्रांतिकारी योद्धा’ बताया गया है। पोस्टर पर ललित के अलावे नीलम, मनोरंजन, सागर, अमोल शिंदे और महेश कुमावत की तस्वीर तथा नाम है। साथ ही इसमें भूख, बेरोजगारी व महंगाई से आजादी का जिक्र है। पोस्टर में कल्पना ईनामदार की तस्वीर और मोबाइल नंबर भी दिया गया है।
ललित झा के घर पर पोस्टर लगाने वाले कौन?
लाइव हिन्दुस्तान की खबर के अनुसार 20 दिसंबर 2023 की शाम के करीब चार बजे दो लोग ललित के घर आए। ललित के भाई हरिदर्शन झा उर्फ सोनू के हवाले से बताया है कि ये ‘अनजान लोग’ मुंबई और हरियाणा से आए थे। उन्होंने ललित के घर पर पोस्टर चिपकाए। उसके परिजनों से कहा कि ललित ने कायर का काम नहीं किया है। उससे आपकी मुलाकात की व्यवस्था हम करेंगे। रिपोर्ट में थाना प्रभारी बीके ब्रजेश ने इस तरह के पोस्टर के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है।
बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद 20 दिसंबर को ही राष्ट्रीय लोक आंदोलन की कार्यकारी अध्यक्ष कल्पना ईनामदार व बलवीर सिंह ने ललित के पिता-माता और भाई से मुलाकात कर मदद की पेशकश की। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट बताती है कि कल्पना ईनामदार के साथ दो से तीन लोग आए थे। इन्होंने ही पोस्टर चिपकाए और मदद की पेशकश की।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट बताती है कि कल्पना ईनामदार अन्ना हजारे के राष्ट्रीय लोक आन्दोलन की मुखिया है। उसने दो दिन पहले भी ललित को ‘क्रांतिकारी योद्धा’ बताया था। अप्रैल 2022 में उससे मुलाकात होने की बात कही थी। उसके द्वारा इंडिया टुडे को दिया गया एक पोस्टर संसद में घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित झा को ‘क्रांतिकारी योद्धा’ बताता है। संभवतः यही पोस्टर ललित के घर पर भी लगाया गया था।
ललित झा समेत सभी 6 आरोपित अभी सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त में हैं और उनसे आगे की पूछताछ चल रही है। इनको अदालत ने 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा था। ये सभी पुलिस की पूछताछ में सहयोग भी नहीं कर रहे हैं और बार-बार अपने बयान बदल रहे हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस ने इन्हें आमने-सामने बैठा कर पूछताछ भी की है।
इससे दिल्ली पुलिस यह पता लगाएगी कि इन सबके द्वारा बताया जा रहा घटनाओं का क्रम एकसमान है या नहीं। इन्हें दिल्ली पुलिस अलग-अलग रख रही है। मामले की जाँच को काउन्टर इंटेलिजेंस यूनिट को सौंपा गया है।
दो और लोगों को पुलिस ने उठाया
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो और लोगों को कर्नाटक और उत्तर प्रदेश से उठाया है। जानकारी के अनुसार, इनमें से एक को कर्नाटक के बागलकोट से हिरासत में लिया गया है, जबकि दूसरा व्यक्ति उत्तर प्रदेश के जालौन का है।
कर्नाटक से गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम साई कृष्णा है। साईं कृष्णा संसद में हमले के आरोपित मनोरंजन के साथ पढ़ता था और उससे बातचीत करता रहता था। इसके पिता कर्नाटक पुलिस में अधिकारी रह चुके हैं।
जालौन से पकड़े गए शख्स का नाम अतुल कुलश्रेष्ठ है, वह भगत सिंह फैन्स क्लब में शामिल था और संसद में हमले के आरोपितों से फेसबुक पर बातचीत करता था। अतुल किसानों के प्रदर्शन में भी शामिल हुआ था। उसके परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत करने से मना किया है।
ललित झा है मास्टरमाइंड
गौरतलब है कि 13 दिसम्बर, 2023 को संसद की कार्रवाई के दौरान के दो लोग दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और धुएँ वाला स्प्रे छोड़ा था। इसके अलावा उनके साथियों ने संसद के बाहर भी प्रदर्शन किया था।
इस मामले की शुरूआती जाँच के बाद यह सामने आया था कि इस पूरी घटना की साजिश का मास्टरमाइंड ललित झा है। वह घटना के बाद राजस्थान भाग गया था। वहाँ उसने अपने और अन्य आरोपितों के मोबाइल फ़ोन को नष्ट किए थे। इसके बाद 15 दिसम्बर 2023 को उसने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
आज तक के अनुसार सदन में अपने साथियों की करतूत का वीडियो ललित ने पश्चिम बंगाल के एक युवक को व्हाट्सएप पर भेजा था। जय हिन्द से सम्बोधन करते हुए ललित ने युवक से कहा, “प्रोटेस्ट किया हूँ। सर्कुलेट करो।” जिस युवक को ललित ने मैसेज भेजा था उसका नाम सौरव चक्रवर्ती है।
ललित के परिवार वालों से इससे पहले पूछताछ हो चुकी है। ललित के पिता ने बताया था कि निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कुछ दिन पहले बेटे ने उनसे पैसे माँगे थे। लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया था।