कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने भारतीय सेना को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसकी भाजपा ने निंदा की थी। अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राहुल को लोकसभा में करारा जवाब दिया है। जयशंकर ने कहा है कि राजनीतिक आलोचनाओं का हमेशा स्वागत है, लेकिन अपने जवानों का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना के लिए ‘पिटाई’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने जवानों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13 हजार फीट की ऊँचाई पर खड़े होकर हमारी सीमा की रखवाली कर रहे हैं। उनका सम्मान और उनकी सराहना की जानी चाहिए।”
We should not criticise our jawans directly or indirectly. Our soldiers are standing at a height of 13,000 feet in Yangtse and guarding our border. They should be respected and appreciated: External Affairs Minister Dr S Jaishankar
— ANI (@ANI) December 19, 2022
उन्होंने आगे कहा, “मैंने सुना है कि विदेश मंत्री के तौर पर मुझे अपनी समझ को और विकसित करने की जरूरत है। जो नेता मुझे यह सलाह दे रहे हैं, उस नेता के सम्मान में मैं नतमस्तक ही हो सकता हूँ।” दरअसल, जयशंकर राहुल गाँधी के ‘सेना की पिटाई’ वाले बयान पर जवाब दे रहे थे।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बाद राहुल गाँधी ने कहा था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और केंद्र की मोदी सरकार सो रही है। उन्होंने आगे कहा था कि चीन भारतीय जवानों के पीट रहा है और देश के 2,000 किलोमीटर वर्ग स्क्वायर पर कब्जा कर लिया है।
राहुल गाँधी को जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, “अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो भारतीय सेना को सीमा पर किसने भेजा? अगर हम चीन के प्रति उदासीन थे तो आज हम चीन पर डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? हम सार्वजनिक रूप से क्यों कह रहे हैं कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं।”
If we were indifferent to China then who sent the Indian Army to the border. If we were indifferent to China then why are we pressurising China for de-escalation and disengagement today? Why are we saying publicly that our relations are not normal?: EAM Dr S Jaishankar pic.twitter.com/5rAqfQweR4
— ANI (@ANI) December 19, 2022
इसके साथ ही जयशंकर ने जोर देकर कहा है कि सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। वे इस प्रकार की भाषा के हकदार नहीं हैं। उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राहुल गाँधी ने यह बयान ऐसे समय दिया था जब चीनी सैनिकों को भारतीय जवानों द्वारा पीटने का वीडियो वायरल हुआ था। हालाँकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि यह वीडियो तवांग का है या नहीं, लेकिन वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि भारतीय सेना ही चीनियों की दनादन पिटाई कर रही है।