उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकियों के संपर्क में था और उसने कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (Islamic State) में शामिल होने की ऑनलाइन शपथ भी ली थी। ATS ने उसके खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है।
यूपी के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) द्वारा जुटाए गए सबूतों के आधार पर पता चला है कि वह कट्टरपंथियों से लगातार संपर्क में था। उसके घर से बरामद किए लैपटॉप और मोबाइल की फोरेेंसिक जाँच के बाद ATS ने UAPA की धारा बढ़ाई है। जल्दी ही इस केस को विशेष अदालत में स्थनांतरित कराया जाएगा। यह भी कहा जा रहा है कि NIA इस केस को अपने हाथ में लेगी।
रिमांड पूरा होने के बाद शनिवार (16 अप्रैल 2022) को उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में गोरखपुर जेल भेज दिया गया। मुर्तजा के दो वीडियो भी सामने आये थे, जिनमें वह खुद गोरखनाथ मंदिर में हमले के पीछे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) व नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन (NRC) को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया था।
बता दें कि UAPA लगने के बाद जाँच एजेंसियों को 180 दिन में चार्जशीट दायर करना होगा। वहीं, न्यायिक हिरासत भी 60 दिन मिलती है। आम अपराधों में जाँच एजेंसी को 90 दिन में चार्जशीट दायर करना होता है और आरोपित को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है, जिसे हर 14 दिन पर बढ़वाना भी पड़ता है। वहीं, UAPA लगने के बाद मामले की जाँच गजटेड ऑफिसर करता है।
जाँच के दौरान मुर्तजा के घर पुलिस को कई एयरगन और जेहादी साहित्य मिले थे। इनमें से कुछ अरबी भाषा में थे। वह अक्सर इस्लामिक कट्टरपंथियों का वीडियो देखा करता था। यही नहीं, वह सीरिया सहित अन्य देशों में आतंकी संगठनों को पैसे भी भेजता था।
यूपी एटीएस की जाँच में यह खुलासा भी हुआ है कि मुर्तजा सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहता था। फेसबुक पर उसकी 6 आईडी हैं और हर आईडी में करीब 1,000 दोस्त। इनमें उसके केवल मुस्लिम दोस्त ही हैं। एटीएस को इनमें अभी तक सिर्फ एक गैर-मुस्लिम युवक मिला है, जो महाराष्ट्र का रहने वाला है। उसने मुर्तजा के साथ आईआईटी (IIT) की पढ़ाई की है।
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर 3 अप्रैल 2022 को हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी के अब्बा मुशीर अहमद अब्बासी को ATS ने तलब किया था। यह बात भी सामने आई थी कि मुर्तजा सीरिया भागने की फिराक में था। गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद उसकी योजना नेपाल होते हुए सीरिया या अफगानिस्तान जाने की थी। वह आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के लिए केमिकल हथियारों की खेप तैयार करना चाहता था।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस्लामिक स्टेट ने 25 मार्च को एक वीडियो जारी किया था। इसमें नजर आ रहे आतंकी के हाथ में भी उसी तरह के हथियार थे जैसा मंदिर पर हमले के दौरान मुर्तजा ने ले रखा था। मुर्तजा अब्बासी का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहा है, “मेरे बड़े पापा ने कहा कि थोड़ा सीरियस लग रहा है। ये पुलिस वाले हैं और ये समन दे रहे हैं। कोई केस किए हो क्या? यहाँ रहोगे कि कहीं जाओगे? फिर हम दिमाग लगाए और निकल गए घर से। हम वहाँ से नेपाल चले गए।”